राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने पंजाब के पठानकोट में एयरफोर्स बेस पर जनवरी माह में हुए आतंकी हमले को लेकर कुछ अहम सबूत जुटाए हैं। एनआईए ने जैश ए मोहम्मद सरगना मसूद अजहर के खिलाफ कई अहम सबूत जुटाए हैं। ये सबूत एनआईए ने पाकिस्तान जाने से पहले आतंकियों के खिलाफ कई सबूत जुटाकर जांच के लिए गवाहों की लिस्ट भी तैयार कर ली है।
बताया जा रहा है कि जिस दौरान हमले किए गए थे, उस समय जैश की आतंकियों से फोन पर बात हुई थी। लिहाजा इस दौरान जैश के आतंकियों ने कई इलेक्ट्रॉनिक सबूत छोड़े थे। वहीं हमले के तुरंत बाद जैश के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर के भाई रऊफ को कुछ वेबसाइटों पर वीडियो में हमले की जिम्मेदारी स्वीकार करते देखा गया था।
आतंकियों के हैंडलर कासिफ जान के खिलाफ भी कई सबूत जमा किए हैं। अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई की फोरेंसिक रिपोर्ट से आतंकियों की मूवमेंट के सबूत मिले हैं। पठानकोट के खिलाफ न सिर्फ एनआईए बल्कि एफबीआई ने भी आतंकियों के मूवमेंट की पुष्टि भी की है। लेकिन एजेंसी को इसके लिए रिटिन परमीशन की जरूरत है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज ने बीते दिनों संकेत दिया था कि पठानकोट आतंकी हमले की आगे की जांच के लिए एनआईए की टीम के दौरे संबंधी भारत की अपील पर विचार कर सकता है।
एनआईए को अब बस सिर्फ पाक की ओर से स्वीकृति मिलने का इंतजार है। सूत्रों के अनुसार, लिस्ट में उन सभी नामों का जिक्र है जिनसे पाकिस्तान में एनआईए की तरफ से पूछताछ किया जाना संभव है। मसूद अजहर के इलावा कई और नाम इस लिस्ट में हैं। वहीं पाक की पोल खोलने के लिए भारत अमेरिका से भी मदद ले रहा है। मीडिया रिपोर्टों की मानें तो एनआईए ने एफबीआई सहित कुछ विदेशी जांच एजेंसियों से संपर्क किया है, जिसमें कनाडा की जांच एजेंसी भी शामिल है। आपको बता दें कि पठानकोट हमले को लेकर भारत ने अब तक पाकिस्तान को कई सबूत मुहैया करवाए हैं लेकिन पाकिस्तान इसे सिरे से नकारता आ रहा है।