पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का एजेंट गिरफ्तार, अनुच्छेद 370 हटाने से एक दिन पहले आया था भारत
असगर पाकिस्तान के कराची का निवासी है और आईटी की पढ़ाई की है। दस्तावेजों से पता चलता है कि उसने धार्मिक स्थलों का दौरा करने का वीजा मांगा था।

हरियाणा की अंबाला पुलिस ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के एक एजेंट को गिरफ्तार किया है। नरेंद्र मोदी सरकार के अनुच्छेद 370 को रद्द करने की ऐतिहासिक बैठक से एक दिन पहले ISI के एजेंट ने राजस्थान के बाढ़मेर के जरिए भारत आया था। 32 साल के अली मुर्तजा असगर नाम के ISI एजेंट को जम्मू-कश्मीर स्थित सैन्य खुफिया (MI) के इनपुट के आधार पर अंबाला पुलिस ने सिर्फ 10 दिन के लिए हिरासत में लिया था। एमआई पाकिस्तानी खुफिया ऑपरेटिव के द्वारा किए जा रहे फोन कॉल पर नजर रखे हुए थी। इसी दौरान पाया गया कि असगर भारतीय सीमा में प्रवेश कर गया है और उसने इस दौरान वीजा मानदंडों का उल्लंघन किया। इस दौरान वह देश के अलग-अलग जगहों पकी यात्रा भी की।
असगर पाकिस्तान के कराची का निवासी है और आईटी की पढ़ाई की है। दस्तावेजों से पता चलता है कि उसने धार्मिक स्थलों का दौरा करने का वीजा मांगा था। गौरतलब है कि इससे पहले भी उसने भारत की यात्रा की थी और पर्यटक वीजा पर अलग-अलग जगहों की रेकी की थी। बताया जा रहा है कि इस दौरान उसने खास तौर पर अमृतसर, मुंबई और हैदराबाद की यात्रा की। लेकिन उसकी गतिविधियों पर भारतीय खुफिया एजेंसियों की निगरानी थी और तमाम जांच-पड़ताल के दौरान वह शक के घेर में आ गया।
मीडिया सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने असगर की रिमांड के दौरान कई अहम जानकारी हासिल की है और उससे पूछताछ आगे भी जारी रहेगी। असगर पिछले तीन साल से भारत आ रहा था। दरअसल, गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले उसने अपने एक सूत्र को फोन किया था। यही से जांच एजेंसियों को उस तक पहुंचने में मदद मिली और उसे बस अड्डे से ट्रैक किया गया। इंडिया टुडे ने एक टॉप सूत्र के हवाले से बताया है कि पुख्ता इनपुट्स मिलने के बाद असगर को उठाया गया। पूछताछ के दौरान शक सही साबित हुआ। खुफिया एजेंसियों को उसके पास से सैन्य प्रतिष्ठानों से जुड़े महत्वपूर्ण कागजात बरामद हुए हैं।