प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार में देश को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। बुधवार (एक मई, 2019) को संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने पुलवामा (कश्मीर) और पठानकोट (पंजाब) आतंकी हमले के मास्टरमाइंड व पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट करार दे दिया। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, यूएन में भारत के राजदूत सैयद अकबरुद्दीन के हवाले से कहा कि बड़े, छोटे, सब एकजुट हो गए हैं। मसूद अजहर को यूएन सैंक्शन लिस्ट में वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया गया है।
यह पूछने पर कि क्या चीन ने अड़ंगा हटा लिया? अकबरुद्दीन ने इस पर ‘पीटीआई’ से कहा, “हां, हट गया है।” दरअसल, पुलवामा हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में अजहर को लेकर प्रस्ताव पेश किया था। फ्रांस, यूके और अमेरिका सरीखे देशों ने तब भारत का साथ देते हुए उसे आगे बढ़ाया था, मगर चीन ने तब उस पर अड़ंगा लगा दिया था।
एक्पर्ट्स के हवाले से रिपोर्ट्स में कहा गया कि ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किए जाने के बाद अजहर की संपत्तियां फ्रीज कर दी जाएंगी और उसके यात्रा करने पर प्रतिबंध लग जाएगा, जबकि यूएन इससे पहले ही उसके जैश को आतंकी संगठन करार दे चुका है।
#WATCH Syed Akbaruddin, India’s Ambassador & Permanent Representative to the United Nations on designation of Masood Azhar as global terrorist says ‘This is a significant outcome, we have been at it for several years, today the goal stands achieved’ pic.twitter.com/4ImGs3zv9S
— ANI (@ANI) May 1, 2019
जानकारों की मानें तो यह घटनाक्रम पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। दरअसल, भारत लगभग 10 सालों से उसे वैश्विक आतंकी घोषित कराने की कोशिशों में जुटा था। देश ने इन सालों में अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित कराने के लिए चार बार प्रस्ताव बढ़ाया था, पर चीन इससे पहले साल 2009, 2016 और 2017 में भी रोड़ा बना था। वीटो का इस्तेमाल कर उसने उसे बचा लिया था।
‘भाषा’ की रिपोर्ट में चीनी विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया, “प्रस्ताव में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला, जिसके बाद हमने जैश सरगना को वैश्विक आतंकी घोषित करने पर लगी अपनी रोक हटा ली।” ऐसे में भारत के लिए यह किसी बड़ी कूटनीतिक जीत से कम नहीं है। फ्रांस ने यूएन के फैसले का स्वागत किया है।
इसी बीच, सरकारी सूत्रों के हवाले से ‘एएनआई’ ने बताया कि अजहर को भारत द्वारा बालाकोट एयरस्ट्राइक (26 फरवरी, 2019) के बाद बहावलपुर स्थित मार्कज सुभान अल्ला इलाके में नजरबंद कर के रखा गया था। हाल ही में उसे इस्लामाबाद शिफ्ट किया गया है। बता दें कि अजहर ने साल 2000 में उसने जैश-ए-मोहम्मद बनाया था।
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