प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेशी दौरों पर पिछले तीन साल में चार्टर्ड उड़ानों पर 255 करोड़ रुपए से अधिक रुपए खर्च हुए। संसद के उच्च सदन राज्यसभा में यह जानकारी गुरुवार (21 नवंबर, 2019) को विदेश राज्य मंत्री वी.मुरलीधरन ने एक सवाल के लिखित जवाब में दी।

उन्होंने बताया कि पीएम मोदी के विदेश दौरों के लिए चार्टर्ड उड़ानों पर साल 2016-17 में 76.27 करोड़ रुपए और 2017-18 में 99.32 करोड़ रुपये खर्च हुए। मुरलीधरन के मुताबिक, मोदी के विदेश दौरों के लिए चार्टर्ड उड़ानों पर 2018-19 में 79.91 करोड़ रुपये खर्च हुए, जबकि 2019-20 के लिए बिल अभी प्राप्त नहीं हुआ है।

डोमेस्टिक एन्गेजमेंट्स पर हुए खर्च को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा- वीवीआईपी और वीआईपी लोगों द्वारा भारतीय वायु सेना (IAF) के विमानों/हेलीकॉप्टर्स के इस्तेमाल से संबंधित भारत सरकार की नीति के मुताबिक प्रधानमंत्री को आधिकारिक दौरों के समय वायुसेना के विमानों और चॉपर्स से मुफ्त में आने-जाने की सुविधा मिलती है।

संसद में मंत्रियों की अनुपस्थिति से PM नाराजः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में प्रश्नकाल के दौरान कुछ कैबिनेट मंत्रियों की अनुपस्थिति को लेकर कथित तौर पर नाराजगी जताई है। सरकार के आंतरिक सूत्रों से गुरुवार को यह जानकारी मिली। प्रधानमंत्री ने बुधवार शाम को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक के बाद संसद के दोनों सदनों में प्रश्नकाल के दौरान कैबिनेट मंत्रियों की अनुपस्थिति का संज्ञान लिया।

सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री के अनुसार विशेषकर प्रश्नकाल के दौरान मंत्रियों को संसद में उपस्थित रहना आवश्यक है। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रश्नकाल संसदीय कार्यवाही का महत्वपूर्ण अंग है क्योंकि उस दौरान सरकार को जनहित में लिए गए अपने फैसलों को सामने रखने का मौका मिलता है। प्रश्नकाल के दौरान कैबिनेट मंत्री और राज्यमंत्री मौखिक रूप से सदस्यों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर देते हैं और उन्हें विभिन्न मुद्दों पर सरकार का मत प्रकट करने का अवसर मिलता है।