लक्ष्य से एक लाख कम लोगों ने लगवाए टीके, पहले दिन 1,91,181 लोग पहुंचे
लगभग सभी राज्यों में टीके के लिए पंजीकृत लोगों से कम लोग टीका लगवाने पहुंचे। मंत्रालय के मुताबिक सबसे अधिक टीका केंद्र आंध्र प्रदेश में बनाए गए।

कोरोना विषाणु के संक्रमण को रोकने के लिए शनिवार को भारत में शुरू हुए दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान में लक्ष्य से एक लाख कम लोगों ने टीके लगवाए।
कोरोना टीकाकरण के पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों और पहली पंक्ति के कर्मचारियों को टीके लगाने की शुरुआत की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश भर में 3,352 टीका केंद्रों पर 1,91,181 लोगों को टीका लगाया गया, जबकि पहले दिन तीन लाख से अधिक लोगों को टीका लगवाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इसके अतिरिक्त रक्षा संस्थानों के 3,229 लाभार्थियों को टीका लगाया गया।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक हर सत्र में औसतन सौ लोगों को टीका लगाया जाना है। वीके पॉल ने भी शुक्रवार को कहा था कि हमने 3000 से अधिक केंद्रों की तैयारी की है जिसमें तीन लाख से अधिक लोगों को टीका दिया जाएगा।
मंत्रालय की ओर से रात में जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक लगभग सभी राज्यों में टीके के लिए पंजीकृत लोगों से कम लोग टीका लगवाने पहुंचे। मंत्रालय के मुताबिक देश में सबसे अधिक टीका केंद्रों का आयोजन आंध्र प्रदेश में किया गया। यहां इनकी संख्या 332 थी जिनमें 18,412 लोग टीका लगवाने पहुंचे जो कि औसत से करीब 15 हजार कम है।
सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में टीका लगाने के लिए 317 केंद्रों का आयोजन किया गया। प्रत्येक सत्र में औसतन सौ लोगों के हिसाब से यहां 31,700 लोगों को टीका लगाया जाना था लेकिन यहां शनिवार को 21,291 लोगों को टीका लगाया गया। कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में टीकाकरण के पहले दिन 285 केंद्रों का आयोजन किया गया और यहां पर 18,328 लोगों ने टीका लगवाया जो औसत से 10 हजार कम है। केरल में सबसे पहले कोरोना संक्रमित मिला था। यहां टीका लगाने के लिए 133 केंद्रों का आयोजन किया गया जिनमें 8,062 लोगों ने टीका लगवाया जो औसत से करीब 40 फीसद कम है।
बिहार में 30 हजार से अधिक लोगों को टीका लगाने के लिए 301 केंद्रों का आयोजन किया गया जिनमें 16,169 लोग टीका लगवाने पहुंचे। पश्चिम बंगाल में 183 केंद्रों का आयोजन किया गया जिनमें 9,730 लोगों ने टीका लगवाया जबकि औसत के मुुताबिक यहां पर करीब 18,300 लोगों का टीका लगवाना था।
तमिलनाडु में 16 हजार से अधिक लोगों को टीका लगाने के लिए 161 केंद्रों का आयोजन किया गया लेकिन शनिवार को यहां पर सिर्फ 2,945 लोगों ने टीका लगवाया। ओड़ीशा में भी 161 केंद्रों का आयोजन किया गया जिनमें 13,746 लोगों को टीका लगाया गया। गुजरात में आयोजित 161 केंद्रों में 10,787 लोग टीका लगवाने पहुंचे।
तेलंगाना में करीब 14 हजार लोगों को टीका लगाने के लिए 140 केंद्रों का आयोजन किया गया था लेकिन केवल 3,643 लोगों की टीका लगवाने पहुंचे। मध्य प्रदेश में 150 केंद्रों में 9,219 लोगों ने टीका लगवाया। कर्नाटक में 242 केंद्रों का आयोजन किया गया जिनमें 13,594 लोग टीका लगवाने पहुंचे।