अब हेलिकॉप्टर से कीजिए स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का दीदार, 10 मिनट की सैर के लिए चुकानी होगी इतनी रकम
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देखने के लिए हेलिकॉप्टर सेवा शुरू की गई है। करीब 10 मिनट तक हेलिकॉप्टर की सैर कराई जाएगी।

दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा कही जाने वाली ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का दीदार करने आने वाले पर्यटक अब हेलिकॉप्टर से इसे देख सकते हैं। 182 मीटर ऊंची इस मूर्ति का निर्माण देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को सम्मान देते हुए किया गया है। गुजरात के केवडि़या जिले में नर्मदा नदी के पास बनी इस विशाल प्रतिमा को देखने दूर-दूर से लोग आ रहे हैं। पर्यटकाें की बढ़ती भीड़ और उनकी सुविधा को देखते हुए रविवार (23 दिसंबर) से हेलिकॉप्टर सेवा की शुरूआत की गई है। करीब 10 मिनट तक हेलिकॉप्टर के माध्यम से इस विशाल मूर्ति को दिखाया जाएगा। इस 10 मिनट की उड़ान के लिए प्रति व्यक्ति 2900 रुपये का चार्ज रखा गया है।
बता दें कि 31 अक्टूबर को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के सबसे ऊचे प्रतिमा का अनावरण किया था। इसके निर्माण में कुल 3000 करोड़ रुपये का खर्च आया है। इसके बाद इसे आम पर्यटकों के दीदार के लिए खोल दिया गया। पीटीआई के अनुसार, शुरूआत के 11 दिनों में इस मूर्ति को देखने के लिए करीब 1.3 लाख पर्यटक आए। पर्यटक यहां आसानी से पहुंच सकें, इसके लिए इसे रेल और हवाई संपर्क से भी जोड़ने की कवायद शुरू की गई है।
अंतरिक्ष से देखने पर भी यह प्रतिमा साफ नजर आती है। कुछ समय पहले planet.com ने अपने आधिकारिक टि्वटर अकाउंट पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की एक तस्वीर शेयर की थी। 597 फीट ऊंची सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा की 15 नवंबर 2018 को कैमरे में कैद की गई थी। तस्वीर में प्रतिमा के नजदीक विशाल नदी बहती हुई नजर आ रही है। आसपास का पहाड़ीनुमा इलाका तस्वीर की खूबसूरती को और अधिक बढ़ा रहा है।
बता दें कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के कोर में दो तेज गति वाली लिफ्ट भी लगाई गई है, जो पर्यटकों को मूर्ति के सीने तक ले जाएगी। यहां से पर्यटक आसपास के इलाकों को देख सकेंगे। इस जगह से नर्मदा नदी और उसके ऊपर बने बांध का विहंगम दृश्य दिखाई देगा। इस गैलरी की क्षमता 200 दर्शकों की है। साथ ही मूर्ति के आसपास होटल, रेस्टूरेंट, संग्रहालय भी बनाए जा रहे हैं, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेंगे।