बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर को श्रद्धाजंलि देते हुए उनके लिए भारत रत्न की मांग की। जदयू द्वारा आयोजित समारोह में नीतीश ने कहा ‘मैं भाजपा के लोगों से अपील करता हूं कि जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न की उपाधि से विभूषित करें।’ नीतीश ने कहा कि उनकी सरकार कर्पूरी ठाकुर के बताए गए मार्ग पर अग्रसर है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रहे कर्पूरी ठाकुर 24 जनवरी 1924 को जन्मे थे और उनकी मृत्यु 17 फरवरी 1988 को हुई थी। नीतीश ने कर्पूरी की जयंती रविवार को भाजपा द्वारा मनाए जाने पर चुटकी लेते हुए कहा कि यह ठाकुर के विचारों को मानने और फैलाने वालों की सैद्धांतिक जीत है। इतने दिनों बाद इन्हें कर्पूरी की याद आई है। उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कर्पूरी की विचारधारा देश में असहिष्णुता का वातावरण पैदा करने वालों का मार्गदर्शन करेगी।
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उल्लेखनीय है कि भाजपा ने भी कर्पूरी जयंती मनाने के लिए जिला प्रशासन के समक्ष आवेदन दिया था। मगर उसका आवेदन देर से प्राप्त होने पर उसके अनुरोध को अस्वीकृत कर दिया जिसके बाद भाजपा ने पटना हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन उनकी याचिका खारिज कर दी गई। नीतीश ने भाजपा पर जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाने के लिए श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल बुकिंग को लेकर अनावश्यक विवाद पैदा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि हॉल बुकिंग की एक निर्धारित प्रक्रिया है, अगर वे कह देते तो यह हॉल उन्हीं को दे देते। हम लोग कहीं अलग आयोजन कर लेते परन्तु इस बात के लिए अनावश्यक विवाद और उन्हें कोसना उचित नहीं। उन्होंने कहा कि एसकेएम के बुकिंग की नई प्रक्रिया निर्धारित होगी और ऑनलाइन बुकिंग की जाएगी। मुख्यमंत्री ने हाल में संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के अन्य नेताओं द्वारा की गई टिप्पणी की ओर इशारा करते हुए कहा कि चुनाव के दौरान भी मेरे बारे में कितनी प्रकार की बातें की गई लेकिन मैंने हमेशा मर्यादा का पालन किया। मेरा स्वभाव नहीं है कि जीत पर बहुत खुशी मनाऊ और विरोधियों पर कटाक्ष करूं। मुझे जो उचित लगता है, मैं वही कहता हूं, चाहे वह कोई हो।
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नीतीश ने कहा कि बिहार में घटित होने वाली अलग-अलग घटनाओं को एक साथ जोड़कर भयावह तस्वीर पैदा की जाती है। कुछ लोग इस काम में लगे हुए हैं, पर बिहार के बाहर इनसे ज्यादा घटनाएं हो रही है, फिर भी बिहार के बारे में ही घटनाओं को जोड़कर जंगलराज की बात कही जाती है, जो उचित नहीं है। नीतीश ने कहा कि बिहार की जनता ने विश्वास के साथ मुझे जिम्मेवारी सौंपी है, उसे मैं पूरा करूंगा। लोगों का भरोसा किसी कीमत पर टूटने नहीं दूंगा। उन्होंने राजद के साथ गठबंधन होने पर भाजपा नीत राजग के ‘जंगलराज 2’ के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि बिहार में न जंगलराज है और न जंगलराज आएगा। यहां कानून का राज है और कानून का राज कायम रहेगा।
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