Popular Front of India: प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने आरएसएस और बीजेपी की खुफिया जानकारी जुटाने के लिए एक फल बेचने वाले को अपना रिपोर्टर बनाया था। पिछले दिनों केरल में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया था। जांच में पता चला कि यह शख्स एक फल विक्रेता है, जिसे आरएसएस से जुड़ी जानकारियां एकत्रित करने का काम दिया गया था।
सादिक से पूछताछ कर अन्य मुखबिरों के बारे में जानने की कोशिश कर रहा एनआईए
द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, फल वाले से भाजपा के एक कार्यक्रम में शामिल होने वाले मेहमानों के नाम की जानकारी इकट्ठा करने के लिए कहा गया था। यह कार्यक्रम कोल्लम जिले में होना था। ऐसा माना जा रहा है कि कार्यक्रम में आने वाले मेहमानों में से कुछ लोग संगठन के टारगेट पर हो सकते हैं। 17 जनवरी को एनआईए ने कोल्लम जिले में तलाशी के दौरान मन्नेझथुथारा के मूल निवासी मुहम्मद सादिक को गिरफ्तार किया था। सादिक के दो बच्चे हैं। वह फिलहाल कानूनी हिरासत में है और एनआईए उससे अन्य मुखबिरों के बारे में और जानकारी हासिल करने के लिए पूछताछ कर रही है।
2012 से PFI के संपर्क में है सादिक
सूत्रों ने कहा कि जांच के दौरान, एनआईए को पता चला कि पीएफआई ने कई स्थानीय लोगों को खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के लिए चुना था और वह उन्हें अपना रिपोर्टर बताता है। सादिक 2012 से पीएफआई के संपर्क में है। संगठन के साथ वह कट्टरपंथी बन गया। सादिक एक फल विक्रेता के रूप में काम कर रहा था और उसे आरएसएस और भाजपा से जुड़ी सभी जानकारियां इकट्ठा करने के लिए कहा गया था। उसे विशेष रूप से संगठन के कार्यक्रमों में शामिल होने वाले मेहमानों की जानकारी एकत्रित करने के लिए कहा गया था और उसके पास से आरएसएस के कार्यक्रमों और गेस्ट लिस्ट के पर्चे भी मिले हैं।
एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि पीएफआई विभिन्न धर्मों और समूहों के सदस्यों के बीच दुश्मनी पैदा करके गरीब युवाओं को लश्कर सहित अन्य आतंकी संगठनों में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित करता है।