एनआइए के प्रवक्ता ने बताया कि छापेमारी की कार्रवाई 12 जिलों में पीएफआइ के सात राज्य कार्यकारी समिति के सदस्यों और जोनल प्रमुखों, 15 शारीरिक प्रशिक्षकों और सात काडरों के आवास पर की गई, जो हत्या के लिए चाकू, तलवार और अन्य हथियारों का इस्तेमाल करने का प्रशिक्षण देते थे। अधिकारी ने बताया कि 20 संदिग्धों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है।
प्रवक्ता ने बताया कि सबसे अधिक एर्णाकुलम में 13 स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई की गई जबकि कन्नूर में नौ स्थानों, मलाप्पुरम में सात, वायनाड में छह, कोझिकोड में चार, तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथनमथिट्टा और अलप्पुझा में तीन-तीन, त्रिशूर और कोट्टयम में दो-दो और पल्लकड़ में जिले में एक स्थान पर छापेमारी की कार्रवाई की गई।
एनआइए ने बताया कि छापेमारी की कार्रवाई के दौरान धारदार हथियार, अपराध में संलिप्तता की संकेत करने वाली सामग्री और डिजिटल उपकरण बरामद किए गए हैं। एजंसी ने बताया कि पीएफआइ को युवाओं को आतंकवादी संगठनों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करते हुए पाया गया। एनआइए ने बताया कि उसने स्वत: संज्ञान लेते हुए 19 सितंबर को मामला दर्ज किया था और तीन पीएफआइ कार्यालय और 13 आरोपियों के आवास सहित केरल में 24 स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई की गई थी।