शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के सीएम होंगे। उद्धव ठाकरे सीएम बनने वाले हैं और उनके सीएम बनने से ठीक पहले अब उन्हें जानने वाले लोग उनके साथ बिताए अपने पुराने दिनों को भी याद कर रहे हैं। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के पिता बाल ठाकरे एक कार्टूनिस्ट थे और सभी जानते हैं कि उद्धव ठाकरे को फोटोग्राफी का बेहद शौक है। उद्धव ठाकरे के दोस्तों का मानना है कि कभी उन्हें कैमरों से काफी प्यार था। उद्धव ठाकरे जब 20-25 साल की उम्र में थे तब वो डिस्प्ले बोर्ड एडवरटाइजिंग का बिजनेस किया करते थे। करीब 20 साल पहले उद्धव ठाकरे जिस व्यापार को चलाते थे उसका ऑफिस साउथ मुंबई के प्रभा देवी इलाके में हुआ करता था। इस इलाके में उनको जानने वाले लोगों का मानना है कि वो एक बेहतरीन दोस्त थे और अपने ऑफिस में 10 से 7 का रूटीन हमेशा फॉलो करते थे।

‘INDIA TODAY’ से बातचीत करते हुए उद्धव को जानने वालों में से एक ने बताया कि उद्धव ठाकरे शुरू से ही साधारण तरीके से रहते थे। ठाकरे घराने से ताल्लुक रखने के बावजूद वो कभी इस अहंकार में डूबे नजर नहीं आए। उनको जानने वाले लोगों का कहना है कि ‘ऑफिस पहुंचने पर उद्धव टैक्सी से यहां उतरते थे…सिर नीचे करके चलते थे और साधारण तरीके से कुर्ता-पजामा पहना करते थे…उनके साथ खादी का झोला हुआ करता था। जब वो सिर झुका कर चल रहे होते थे और कोई उन्हें हैलो कहता था तब वो मुस्कुरा कर इसका जवाब दिया करते थे।’

एक दिलचस्प बात यह भी है कि जिस इलाके में उद्धव ठाकरे का ऑफिस था उस इलाके में रहने वाले लोग कई दिनों तक यह नहीं जान सके कि उद्धव ठाकरे बालसाहब ठाकरे के बेटे हैं। इसके पीछे वजह यह है कि उद्धव बेहद ही आसानी से लोगों के साथ घुलमिल जाते थे। लोगों ने उद्धव ठाकरे के साथ गुजारे पुराने दिनों को याद करते हुए बताया कि ‘उद्धव को उनके दफ्तर में कई लोग मिलने आया करते थे और वो सभी से मिला करते थे। इन लोगों ने बताया कि जब कभी क्रिकेट खेलते वक्त उद्धव के कार्यालय में उनकी गेंद चली जाती थी तब यह लोग डर-डर कर उनके ऑफिस में जाते थे लेकिन उद्धव मुस्कुराकर गेंद वापस दिया करते थे।

उद्धव ठाकरे आज महाराष्ट्र जैसे सबसे अहम राज्य के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। लेकिन उन्हें अरसे से जानने वालों का कहना है कि ‘उद्धव हमेशा फोटोग्राफी को लेकर अपने पैशन के बारे में बातचीत किया करते थे वो कभी राजनीति के बारे में नहीं। व्यस्तता के बीच समय निकाल कर वो अपने दोस्तों से मिलना नहीं भूलते थे और इस मुलाकात में भी ज्यादातर बातें कैमरे को लेकर ही हुआ करती थी।