Nepal: नेपाल विमान दुर्घटना (Nepal Plane Crash) में मारे गए चार भारतीयों के परिजनों को अभी तक उनका शव नहीं मिला है। वे तीन दिनों से अस्पताल में हैं, लेकिन अभी तक उन्हें शव नहीं मिले हैं। वे अभी भी अस्पताल में इंतजार कर रहे हैं। नेपाल के अधिकारियों ने मंगलवार को दुर्घटना में मरने वाले लोगों के शवों को उनके परिवारों को सौंपना शुरू कर दिया था।
विमान में सवार थे 5 भारतीय
बता दें कि पिछले हफ्ते पोखरा एयरपोर्ट पर उतरते समय यति एयरलाइंस (Yeti Airlines) का एक विमान खाई में गिर गया था। इस विमान में 72 लोग शामिल थे, जिनमें से 5 यात्री भारतीय नागरिक थे। इसके अलावा, दुर्घटनाग्रस्त विमान में 53 नेपाली यात्री, 15 विदेशी नागरिक और चालक दल के चार सदस्य सवार थे। कथित तौर पर उत्तर प्रदेश के सभी पांच भारतीयों की पहचान अभिषेक कुशवाहा, विशाल शर्मा, अनिल कुमार राजभर, सोनू जायसवाल और संजय जायसवाल के रूप में हुई है।
एक भारतीय का शव परिजनों को सौंपा गया
संजय जायसवाल का शव शुक्रवार को उनके परिवार को सौंप दिया गया और घर वापस ले जाया गया। चार अन्य भारतीय नागरिकों के परिजन शव लेने के लिए तीन दिन से इंतजार कर रहे हैं। एक परिजन ने कहा कि वे चारों शवों को एक ही खेप में वापस लेना चाहते हैं। अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि शनिवार को विशाल शर्मा के शव की शिनाख्त हुई।
अब तक 22 शव परिजनों को सौंपे गए
अस्पताल ने शुक्रवार को 49 शवों का पोस्टमॉर्टम किया। पोखरा में 22 नेपाली नागरिकों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए, जिसमें से 12 शवों को शुक्रवार को उनके परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया था। इनमें एक भारतीय का शव भी शामिल है। वहीं, शनिवार को अस्पताल के अधिकारियों ने 15 और शवों को परिजनों को सौंप दिया।
शवों की शिनाख्त में जुटे एक डॉक्टर के मुताबिक, परिजनों ने जो जानकारी दी है वो शवों की शिनाख्त के लिए पर्याप्त नहीं है। डॉक्टर ने कहा, ‘हम रविवार को शवों के फिंगरप्रिंट की पुष्टि करने की कोशिश करेंगे।’
नेपाली सेना ने शनिवार को बताया कि शव खोजने के लिए सेती नदी की घाटी और आसपास के इलाकों में भी तलाशी अभियान जारी है। इस बीच, यूरोपीय संघ (ईयू) की एक टीम ने अपनी यात्रा स्थगित कर दी है। यह टीम विमानन सुरक्षा के ‘ऑन-साइट मूल्यांकन’ करने के लिए नेपाल जाने की योजना बना रही थी।