कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का जन्मदिन मंगलवार (19 जून) को था। मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने इस पूरे प्रदेश में सद्भावना दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया था। जबलपुर जिले में कांग्रेस ने सद्भावना दौड़ का भी आयोजन किया था। इस दौड़ में हिस्सा लेने के लिए एनसीसी कैडेट्स को भी बुलवाया गया था। लेकिन इसी कार्यक्रम में कांग्रेस के पूर्व विधायक ने पीएम मोदी की आलोचना शुरू कर दी। आलोचना से खफा हुए एनसीसी कैडेट अपनी बसों में बैठ गए और कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया। मीडिया के सामने अपनी किरकिरी से घबराए कांग्रेस नेताओं ने कैडेट्स को मनाने के लिए पूरा जोर लगाया। लेकिन कोई भी कैडेट दौड़ में शामिल नहीं हुआ।
ये था आयोजन: मध्य प्रदेश कांग्रेस ने राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के जन्मदिन के मौके को यादगार बनाने के लिए रन फॉर आरजी नाम की दौड़ का आयोजन किया था। इस कार्यक्रम के लिए सुबह 9 बजे से दौड़ शुरू होनी थी। स्टार्ट प्वाइंट मालवीय चौक को माना गया था। कांग्रेस नेताओं ने भीड़ जुटाने के लिए एनसीसी की 2 मध्य प्रदेश महिला बटालियन को भी निमंत्रित किया था।

कैसे हुआ विवाद: दौड़ शुरू होने ही वाली थी कि पूर्व विधायक लखन घनघोरिया ताव में मंच पर आ गए। उन्होंने मंच से ही मोदी सरकार की आलोचना शुरू कर दी। घनघोरिया ने मीडिया के कैमरों के सामने महंगाई, भ्रष्टाचार और महिलाओं के खिलाफ बेलगाम अपराध पर जमकर आलोचना की। अभी पूर्व विधायक घनघोरिया मंच पर ही थे कि एनसीसी कैडेट्स उठकर खड़े हुए और चल दिए।
मनाने पर भी नहीं लौटे कैडेट्स : मीडिया के सामने हुई फजीहत से घबराए कांग्रेसी नेताओं ने एनसीसी कैडेट्स को मनाने की बहुत कोशिश की, लेकिन कोई भी कैडेट वापस लौटकर नहीं आया। चर्चा है कि प्रधानमंत्री के खिलाफ बोलने से एनसीसी कैडेट्स नाराज हो गए थे। बड़ी वजह ये भी थी कि एनसीसी कैडेट्स किसी भी राजनीतिक कार्यक्रम में भाग नहीं लेेते हैं।

झूठ बोलकर बुलाने का आरोप : एनसीसी के एक अधिकारी ने बताया कि श्रीराम इंजीनियरिंग कॉलेज में 2 मप्र महिला बटालियन का एनसीसी कैंप है। इस कैंप में करीब 500 एनसीसी कैडेट हैं। कांग्रेस नेताओं ने फोन पर अधिकारियों से संपर्क किया था । उन्होंने कहा था कि पर्यावरण के लिए दौड़ का आयोजन किया जा रहा है। कैडेट्स के आने से संदेश अच्छा जाएगा। कांग्रेस नेताओं की बात को बिना जांच—पड़ताल के ही अफसरों ने बात मानकर कैडेट्स को जाने का आदेश दिया था। कार्यक्रम स्थल तक आने के लिए कांग्रेस नेताओं ने ही बस भेजी थी।

फजीहत के बाद कांग्रेस ने की लीपापोती : युवा कांग्रेस के नेता शशांक दुबे ने कहा,”एनसीसी कैडेट्स पीएम के खिलाफ बोलने के कारण नहीं लौटे हैं। उन्हें सुबह 9 से 11 बजे तक के लिए बुलाया गया था। किन्हीं कारणों से कार्यक्रम लेट शुरू हुआ। वह इसी वजह से गए। ये राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के जन्मदिन का कार्यक्रम था। इसमें देश में बढ़ती महंगाई, भ्रष्टाचार, महिला आपराध को लेकर केन्द्र सरकार की नीतियों की आलोचना होनी ही थी।”
इसलिए वापस लौटे कैडेट्स : 2एमपी बटालियन के कमांडेंट कर्नल वीके चौहान ने कहा,” आयोजकों ने पर्यावरण के लिए रैली निकालने की जानकारी दी थी। कैडेट्स को इसी वजह से भेजा गया था। मौके पर पहुंचकर जैसे ही समझ में आया कि आयोजन राजनीतिक मकसद के लिए हो रहा है तो फौरन कैडेट्स वापस लौट आए। क्योंकि एनएससी कैडेट्स किसी भी राजनीतिक कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेते। वहीं कैंप में भी उनका अन्य आयोजन होना था। मोदी-राहुल जैसा कोई मुद्दा नहीं है।”