दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में एथलीट और कोच को शाम 7 बजे तक स्टेडियम खाली करने के निर्देश जारी करने की खबर सामने आई थी। इसके बाद दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने खेल सुविधाओं को रात 10 बजे तक खुले रखने का निर्देश दिया है। वहीं अब इस मामले में राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति भी शुरू हो गई है।
क्या था मामला: दरअसल द इंडियन एक्सप्रेस में छपी एंड्रयू अम्सन की खबर में कहा गया था कि खिलाड़ियों और कोच की शिकायत है कि दिल्ली के मुख्य सचिव (राजस्व) संजीव खिरवार अपने कुत्ते के साथ शाम को स्टेडियम में टहल सकें इसके लिए एथलीट्स को स्टेडियम से शाम सात बजे तक बाहर जाने के लिए कहा जाता था। इसकी वजह से उनका अभ्यास बाधित होता था।
अनुराग ठाकुर क्या बोले: इस खबर के सामने आने के बाद संजीव खिरवार का ट्रांसफर लद्दाख और उनकी पत्नी रिंकू दुग्गा का ट्रांसफर अरुणाचल प्रदेश कर दिया गया। जिसपर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बयान दिया है कि दिल्ली में एक आईएएस अधिकारी और उसकी पत्नी अपने कुत्ते को स्टेडियम में ले जाते थे, जिसकी वजह से खिलाड़ियों को अभ्यास में परेशानी आती थी, उन्हें स्टेडियम से बाहर रहने के लिए कहा जाता था।
अनुराग ठाकुर ने आरोप लगाया, “दिल्ली सरकार ने इसपर कुछ नहीं किया। लेकिन केंद्र ने इस मामले में हस्तक्षेप किया और दोनों को दूर के स्थानों पर ट्रांसफर कर दिया।” उन्होंने कहा कि एथलीट देश के लिए पदक जीतते हैं। इसमें किसी को दखल नहीं देना चाहिए।
अनुराग ठाकुर के इस बयान पर सोशल मीडिया पर लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “आईएएस का ट्रांसफर अब राजनीति का मुद्दा बन गया है, क्या बर्बादी है?” वहीं एक और यूजर ने सवाल पूछा कि क्या क्या आईएएस और प्रशासनिक सेवाएं केंद्र सरकार के अधीन नहीं हैं? इसके अलावा एक और यूजर ने लिखा, “आईएएस अफसर को केंद्र सरकार को रिपोर्ट करना पड़ता है लेकिन ट्रांसफर..? इनका सस्पेंशन होना चाहिए था, मजाक बनाके रखा है।”
कोच का क्या था आरोप: आईएएस दंपति के स्टेडियम में आने को लेकर एक कोच ने आरोप में कहा था, “पहले हम यहां रोशनी में से 8.30 बजे तक खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देते थे। लेकिन अब हमें शाम 7 बजे तक स्टेडियम खाली करने को कहा जाता है। जिससे अधिकारी अपने कुत्ते को टहला सकें। इसकी वजह से हमारा रूटीन और हमारा प्रशिक्षण बाधित हो गया है।” हालांकि आईएएस अधिकारी ने इन आरोपों को गलत बताया था।