छत्तीसगढ़ में पिछले सालों में हुए खूनी हमलो की लिस्ट इस प्रकार…
6 फरवरी 2006 में नक्सलियों ने एनएमडीसी के गोदाम में हमला कर 8 जवानों की हत्या की।
17 जुलाई 2007 को दंतेवाड़ा में 800 नक्सलियों ने धावा बोलकर 27 लोगों की हत्या कर दी इस हमले में कई लोग घायल हुए थे।
16 मार्च 2008 को रानी बोदली के जंगल में खूनी नक्सलियों ने बम बंदूक से हमला कर 49 लोगों की हत्या कर दी थी।
इसी साल घातक हमले में सांसद बलिराम कश्यप और वन मंत्री विक्रम उसेंडी बाल-बाल बचे थे।
अप्रैल 2008 में हमलावरों ने कांकेर में पांच जवानों को मार डाला।
जुलाई 2009 में मदनवाड़ा में नक्सली हमले में राजनंदगांव के एसपी विनोद कुमार चौबे सहित 28 सुरक्षाकर्मी मारे गए।
26 सितंबर 2009 को भीषण हमले में जगदलपुर में सांसद बलिराम कश्यम मारे गए।
छह अप्रैल 2010 में ताड़मेटला में हुए भीषण नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 76 जवान शहीद हुए थे।
17 मई 2010 में बारूदी सुरंग विस्फोट में 14 विशेष सुरक्षा अधिकारी सहित 35 लोग मारे गए थे।
अक्तूबर 2011 में छह सुरक्षाकर्मियों की हत्या।
अगस्त 2011 में 11 पुलिस कर्मियों की हत्या।
जुलाई में दंतेवाड़ा में दल पुलिस वालों की हत्या।
25 मई , 2013 को दरभा घाटी में हुए हमले में पूर्व केंद्रीय मंंत्री विद्याचरण शुक्ल, कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा, नंदकुमार पटेल समेत 30 लोग मारे गए ।
12 अप्रैल 2014 को नक्सलियों ने एक एंबुलेस को विस्फोट से उड़ाया, 8 लोग मरे।
11 मार्च 2014 को धीरम घाटी में नक्सलियों के हमले में पंद्रह सुरक्षा कर्मी मारे गए।