धार्मिक एकता का हवाला देकर मुस्लिम महिला जुटा रही राम मंदिर निर्माण के लिए फंड, सोशल मीडिया पर जमकर हो रही तारीफ
मुस्लिम महिलाएं बढ़चढ़कर समाज के सृजन के कामों में भागीदारी कर रही हैं। एक तरफ जाहरा बेगम मुस्लिम समुदाय के लोगों को प्रोत्साहित कर रही हैं कि वे राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा दें। उधर, हैदराबाद में स्थित मस्जिद-ए-मुस्तफा में महिलाओं के लिए जिम की शुरुआत की गई है। यहां प्रोफेशनल ट्रेनर महिलाओं को व्यायाम कराएंगी।

पहल वाकई अनूठी है और इसे सोशल मीडिया पर जमकर सराहना भी मिल रही है। जाहरा बेगम नाम की महिला मुस्लिम समुदाय के लोगों को प्रोत्साहित कर रही हैं कि वे धार्मिक एकता को ध्यान में रखकर राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा दें। जाहरा बेगम ताहेरा ट्रस्ट में ऑर्गनाइजर हैं। उनका कहना है कि धर्म मनुष्य को अलग नहीं एक करता है।
जाहरा बेगम मुस्लिम कम्युनिटी से निधि संप्रदाय के माध्यम से मंदिर निर्माण के लिए दान देने की अपील कर रही हैं। विविधता में एकता की याद दिलाते हुए जाहरा ने बताया कि कैसे गणेश चतुर्थी और दशहरा जैसे आयोजनों में सभी समुदाय अपने हिंदू साथियों का सहयोग करते हैं। उन्होंने देखा है कि हिंदुओं ने मस्जिदों, ईदगाहों और कब्रिस्तानों के निर्माण के लिए अपनी जमीन दान की है।
उन्होंने कहा, हम धन्य हैं कि हमारे देश में भगवान राम का जन्म हुआ। हमारा सौभाग्य है कि अब राम मंदिर का निर्माण होने जा रहा है। भगवान राम ने धर्म को जीवन के रूप में सिखाया है और पूरी दुनिया के सामने एक आदर्श खड़ा किया है। मुस्लिम समुदाय को खुले दिल से एक साथ आकर अयोध्या में एक भव्य राम मंदिर के निर्माण में मदद करनी चाहिए।
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हैदराबाद में स्थित मस्जिद-ए-मुस्तफा में महिलाओं के लिए जिम की शुरुआत की गई है। यहां प्रोफेशनल ट्रेनर महिलाओं को व्यायाम कराएंगी। जिम स्थापित करने का उद्देश्य स्लम में रहने वाली महिलाओं को स्वस्थ बनाना है। यह मस्जिद राजेंद्रनगर के वडी-ए-महमूद में स्थित है। इसकी फंडिंग अमेरिका का एनजीओ SEED करता है।
हैदराबाद के एनजीओ HHF के सरहयोग से इस जिम को तैयार किया गया है। जिम की परिकल्पना ने तब जन्म लिया जब एक सर्वे में पता चला कि स्लम में रहने वालीा 52 फीसदी महिलाओं को कार्डियोमेटाबॉलिक सिंड्रोम जैसी बीमारी है। सर्वे में 25 से 55 साल की महिलाओं की सेहत संबंधी जानकारी हासिल की गई। इस दौरान उनमें डायबिटीज, हाइपरटेंशन और थायरॉइड जैसी बिमारियां देखने को मिलीं।