सवा तीन लाख करोड़ के क़र्ज़दार हैं मुकेश अंबानी, Jio की 22% हिस्सेदारी से ही आए 1.02 लाख करोड़ रुपए
जिन ग्लोबल कंपनियों ने जियो प्लेटफॉर्म में हिस्सेदारी खरीदी है, उनमें फेसबुक, सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी पार्टनर्स, जनरल अटलांटिक, केकेआर, मुबादाला, ADIA और TPG का नाम शामिल है।

मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे बड़ी पूंजी वाली कंपनी है, जिसकी कुल पूंजी 8.5 ट्रिलियन रुपए आंकी गई है। हालांकि रिलायंस पर करीब 3 लाख करोड़ रुपए का कर्ज भी है। बीते साल अगस्त में मुकेश अंबानी ने मार्च, 2021 तक कंपनी को पूरी तरह से कर्ज मुक्त करने का लक्ष्य रखा था। हालांकि पहले रिलायंस के पेट्रोकेमिकल बिजनेस की सऊदी अरब की कंपनी सऊदी अरामको के साथ हुई डील और अब जियो प्लेटफॉर्म में हिस्सेदारी बेचकर रिलायंस तय डेडलाइन से पहले ही कर्ज मुक्त हो सकती है।
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के चलते और जिस तरह से दुनियाभर में जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करने की बात चल रही है, उसे देखते हुए मुकेश अंबानी अपने पेट्रोकेमिकल के बिजनेस से टेलीकॉम और तकनीकी बिजनेस में शिफ्ट कर रहे हैं। यही वजह है कि मुकेश अंबानी ने रिलायंस जियो में आने वाले दिनों में भारी भरकम निवेश की घोषणा की है। जिसके लिए पहले वह रिलायंस को पूरी तरह से कर्जमुक्त करना चाहते हैं।
मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस जियो में अब एक और ग्लोबल फर्म TPG ने हिस्सेदारी खरीदने का फैसला किया है। ग्लोबल अल्टरनेटिव एसेट फर्म TPG जियो प्लेटफॉर्म में 4,546.80 करोड़ रुपए निवेश करेगी। इस निवेश की इक्विटी वैल्यू 4.91 लाख करोड़ और एंटरप्राइजेज वैल्यू 5.16 लाख करोड़ रुपए है। इस निवेश के जरिए TPG को जियो प्लेटफॉर्म में 0.93 फीसदी हिस्सेदारी मिलेगी।
बता दें कि जियो प्लेटफॉर्म में विभिन्न ग्लोबल तकनीकी निवेशक कंपनियों को हिस्सेदारी बेचकर रिलायंस इंडस्ट्रीज ने करीब 1,02,432.45 करोड़ रुपए की रकम जुटायी है। जिन ग्लोबल कंपनियों ने जियो प्लेटफॉर्म में हिस्सेदारी खरीदी है, उनमें फेसबुक, सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी पार्टनर्स, जनरल अटलांटिक, केकेआर, मुबादाला, ADIA और TPG का नाम शामिल है।
भारत में रिलायंस जियो अपने पर्दापण के साथ ही एक डिजिटल क्रांति की वाहक बनी है। जिस तरह से जियो ने लोगों को मुफ्त में या कम दर पर अनलिमिटेड डाटा दिया, उसी का नतीजा था कि बेहद ही कम समय में जियो सब्सक्राइबर्स की संख्या करोड़ो में पहुंच गई। अब जियो ने भविष्य में जिस तरह से डिजिटल टीवी, दूरसंचार नेटवर्क, इंटरनेट की स्पीड बढ़ाने संबंधी क्षेत्रों में भारी-भरकम निवेश का ऐलान किया है स्वाभाविक है कि भारत जैसे बड़ी मार्केट वाले देश में डिजिटल सेक्टर में बूम आ सकता है और यही वजह है कि दुनिया की विभिन्न तकनीकी कंपनियां जियो में निवेश कर इस इसका फायदा उठाना चाहती हैं।