PM से सांसदों को लग्जरी फ्लैट्स की सौगात, जानिए क्या होगा गंगा, युमान और सरस्वती नाम के 3 टावर्स में बने इन फ्लैटों में खास?
देश की राजधानी दिल्ली के भगवान दास मार्ग पर गंगा, यमुना और सरस्वती के नाम से तीन टावर बनाए गए हैं, जहां कुल 76 नए फ्लैट्स हैं। इन फ्लैट्स का इस्तेमाल सांसद करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सांसदों के लिए नए आवास का उद्घाटन किया। देश की राजधानी दिल्ली के भगवान दास मार्ग पर गंगा, यमुना और सरस्वती के नाम से तीन टावर बनाए गए हैं, जहां कुल 76 नए फ्लैट्स हैं। इन फ्लैट्स का इस्तेमाल सांसद करेंगे। इस उद्घाटन समारोह में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय शहरी आवास मंत्री हरदीप सिंह पुरी, संसदीय कार्यमंत्री प्रल्हाद पटेल और संसद की आवास समिति के अध्यक्ष सी आर पाटिल भी शामिल हुए।
पीएम मोदी ने इस दौरान यहां अपने संबोधन में कहा कि इन फ्लैट्स में हर वो सुविधा दी गई है, जो सांसदों को काम करने में आसानी होगी। दिल्ली में सांसदों के लिए भवनों के लिए दिक्कत काफी वक्त से रही है, सांसदों को होटल में रहना होता है जिसके कारण आर्थिक बोझ आता था। पीएम ने कहा कि कई इमारतों का निर्माण इस सरकार के दौरान शुरू हुआ और तय समय से पहले समाप्त भी हुआ।
पीएम ने कहा कि दशकों से चली आ रही समस्याओं को टालने से नहीं उन्हें पूरा करने से ही खत्म होगीं। पीएम मोदी ने कहा कि देश में वॉर मेमोरियल, पुलिस मेमोरियल समेत कई ऐसी योजनाएं हैं जो बरसों से अटकी हुई थीं, लेकिन हमारी सरकार ने इन सभी अटकी योजनाओं को पूरा किया।
मोदी ने कहा कि सामान्य तौर पर यह कहा जाता है कि युवाओं के लिए 16, 17, 18 साल की उम्र बहुत महत्वपूर्ण होती है और ठीक उसी प्रकार 16, 17, 18 की ये उम्र किसी युवा लोकतंत्र के लिए भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘‘2019 के चुनाव के साथ ही हमने 16वीं लोकसभा का कार्यकाल पूरा किया है। यह समय देश की प्रगति के लिए, देश के विकास के लिए बहुत ही ऐतिहासिक रहा है। 2019 के बाद से 17 वीं लोकसभा का कार्यकाल शुरू हुआ है। इस दौरान भी देश ने जैसे निर्णय लिए हैं, जो कदम उठाए हैं, उनसे यह लोक सभा अभी से ही इतिहास में दर्ज हो गई है।’’
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में पिछले डेढ़ साल में सरकार की ओर से उठाए गए कमदों का जिक्र किया और कहा कि इस दौरान जहां जम्मू-कश्मीर को अनुच्छेद 370 से मुक्त कराया गया वहीं तीन तलाक जैसी प्रथा को समाप्त किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘सिर्फ बीते एक डेढ़ वर्ष की बात करें तो देश ने किसानों को बिचौलियों के चंगुल से आजाद कराने का काम किया है, ऐतिहासिक लेबर रिफॉर्म्स किये हैं, कामगारों के हितों को सुरक्षित किया है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि दशकों से चली आ रही समस्याएं, टालने से नहीं, उनका समाधान खोजने से समाप्त होती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘सिर्फ सांसदों के निवास ही नहीं, बल्कि यहां दिल्ली में ऐसे अनेकों प्रोजेक्ट्स थे, जो कई-कई बरसों से अधूरे थे।’’ इस कड़ी में उन्होंने अंबेडकर नेशनल मेमोरियल, केंद्रीय सूचना आयसोग की इमारत, वॉर मेमोरियल और पुलिस मेमोरियल का उल्लेख किया।
बता दें 80 साल से भी पुराने आठ पुराने बंगलों को रेनोवेट करके ये तीनों टावर्स खड़े किए गए हैं। भारत सरकार ने 218 करोड़ रुपये की मंजूरी देकर यह प्रॉजेक्ट शुरू कराया था। टावर मोनोलिथिक तकनीक से बने हैं। पर्यावरण के मानकों का भी ध्यान रखा गया है। इन टावर्स को खड़ा करने में इस्तेमाल हुईं ईंटें राख, मलबे और कूड़े से बनी हैं। सभी फ्लैट्स में ग्रीन बिल्डिंग के मानकों का ध्यान रखा गया है।
तीनों टावर में सीढ़ियों के अलावा लिफ्ट की भी व्यवस्था है। हर टावर में 4-4 ऑटोमेटिक लिफ्ट लगाई गई हैं। एक फ्लैट में चार बेडरूम होंगे। सबमें अटैच्छ बाथरूम होगा। इसके अलावा बालकनी भी होगी। फ्लैट के बाथरूम में घुसेंगे तो आपको कॉर्पोरेट फील आएगा। कलर कॉम्बिनेशन से लेकर फिटिंग्स तक में लग्जरी का ध्यान रखा गया है। फ्लैट में मॉड्युलर किचन दिया गया है जिसमें खाना पकाने के सभी अत्याधुनिक इंतजाम हैं। सांसदों के काम-काज को देखते हुए उनके फ्लैट्स में ऑफिस का स्पेस भी दिया गया है।
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