WhatsApp Private Policy पर मोदी सरकार का रुख सख्त, खत लिख कहा- एकतरफा बदलाव स्वीकार नहीं, वापस लें
पत्र में कहा गया कि व्हाट्सऐप की सेवा और गोपनीयता नीति में प्रस्तावित बदलाव भारतीय नागरिकों की पसंद और स्वायत्तता को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा करते हैं।

भारत सरकार ने व्हाट्सऐप की गोपनीयता नीति की शर्तों में किए गए बदलाव पर कड़ा रुख अपनाते हुए इसे वापस लेने को कहा है। सरकार का कहना है कि कोई भी एकतरफा बदलाव उचित और स्वीकार्य नहीं है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने व्हाट्सऐप के सीईओ विल कैथार्ट को कड़े शब्दों में लिखे गए पत्र में कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर व्हाट्सऐप का सबसे बड़ा उपयोगकर्ता है और उसकी सेवाओं के लिए सबसे बड़ा बाजार है।
पत्र में कहा गया कि व्हाट्सऐप की सेवा और गोपनीयता नीति में प्रस्तावित बदलाव भारतीय नागरिकों की पसंद और स्वायत्तता को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा करते हैं। मंत्रालय ने व्हाट्सऐप से प्रस्तावित बदलावों को वापस लेने और सूचना गोपनीयता, चयन की आजादी तथा डेटा सुरक्षा को लेकर अपने नजरिए पर फिर से विचार करने को कहा।
पत्र में कहा गया कि भारतीयों का उचित सम्मान किया जाना चाहिए और व्हाट्सऐप की सेवा, गोपनीयता शर्तों में कोई भी एकतरफा बदलाव उचित और स्वीकार्य नहीं है।
हालांकि दूसरे ऐप्स की बढ़ती लोकप्रियता के चलते वॉट्सऐप ने अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी को लागू करने की तारीख तीन महीने आगे बढ़ाने का ऐलान किया है। इसके बाद यह पॉलिसी मई में लागू होगी। वॉट्सऐप ने कहा कि हम चाहते हैं कि यूजर्स के पास शर्तों को समझने और परखने का खूब समय हो। साथ ही उन्होंने कहा कि हमने किसी भी यूजर्स का अकाउंट डिलीट करने की योजना नहीं बनाई थी और न ही हम भविष्य में ऐसा करने जा रहे हैं।
वॉट्सऐप अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर बीते कुछ समय से लगातार सुर्खियों में बना हुआ है, जिसके खामियाजे के तौर पर उसे काफी नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। इंस्टैंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप ने कुछ दिन पहले अपनी प्राइवेसी पॉलिसी लागू करने की तारीख फरवरी से आगे बढ़ाकर मई में करने का ऐलान किया है। अब कंपनी ने वॉट्सऐप स्टेटस टैब का सहारा लिया है और नई पॉलिसी के बारे में फिर सफाई दे रही है।