मेरठ की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के छात्र अब यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, बाबा रामदेव जैसी हस्तियों के बारे में भी पढ़ेंगे। यूनिवर्सिटी के बोर्ड ऑफ स्टडीज ने इन हस्तियों की किताबों को पाठ्यक्रम में शामिल करने का फैसला किया है। इन दोनों के अलावा बशीर बद्र, कुंवर बेचैन, जग्गी वासुदेव भी इसमें शामिल हैं।
यूनिवर्सिटी के बोर्ड ऑफ स्टडीज ने नए पाठ्यक्रम को मंजूरी दे दी है। नए पाठ्यक्रम में योगी आदित्यनाथ की लिखी पुस्तक हठयोग की पढ़ाई कराई जाएगी। इस पुस्तक में योगी आदित्यनाथ ने हठ योग के स्वरूप व साधना के बारे में लिखा है। योगी की लिखी यह किताब गोरखनाथ ट्रस्ट ने छापी है। बोर्ड ऑफ स्टडीज का मानना है कि योगी के विचार छात्रों को एक नई राह दिखाएंगे। उन्हें उनके विचारों के जरिए खुद को ज्यादा सशक्त बनाने का एक अवसर मिलेगा।
बोर्ड ऑफ स्टडीज ने योगगुरु बाबा रामदेव की योग साधना एवं योग चिकित्सा रहस्य पुस्तक को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया है। इन पुस्तकों को बीए दर्शनशास्त्र के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। बीए दर्शनशास्त्र में अब योग प्रैक्टिकल और थ्योरी दोनों की पढ़ाई होगी।
यूनिवर्सिटी के कन्वीनर डॉ. डीएन सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के सत्र 2021-22 के लिए हुई बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक में नए पाठयक्रम पर मुहर लग गई है। उनका कहना है कि भारत तकरीबन सभी क्षेत्रों में लंबे समय से समृद्ध रहा है। अपनी मौजूदा व आने वाली पीढ़ी को इसके बारे में बताने के लिए ही सारी कवायद की जा रही है। इससे छात्रों को हर तरह से फायदा होगा।
यूनिवर्सिटी के बीएससी के कोर्स में भी बदलाव किया गया है। भारतीय गणितज्ञों आर्यभट्ट, भास्कराचार्य, लीलावती, रामानुजन, माधवाचार्य, स्वामी कृष्णतीर्थ के योगदान को भी पढ़ाया जाएगा। नए पाठ्यक्रम में गीतकार कुंवर बेचैन और शायर बशीर बद्र को भी शामिल किया गया है। इसके अलावा सदगुरु जग्गी वासुदेव की ईशा प्रिया साधना को भी रखा गया है। फिजिक्स में आर्य भट्ट को शामिल किया गया है। इन्हें बीएससी के फर्स्ट ईयर के छात्र पढेंगे।