Budget 2023: एक फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitaraman) ने बजट 2023-24 पेश किया है। इस दौरान भाजपा (BJP) ने इस बजट की सराहना की और कहा कि सरकार का पूंजीगत व्यय पर निरंतर ध्यान केंद्रित करना चौतरफा विकास सुनिश्चित करेगा और इससे निजी निवेश को बढ़ावा मिलेगा। वहीं जहा सत्ता पक्ष इस बजट की सराहना कर रहा वहीं विपक्षी दल इसकी आलोचना कर रहे हैं।
यह बजट गरीबों के खिलाफ: ममता बनर्जी:
बजट को लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) ने आलोचना करते हुए कहा कि वह इस तरह के बजट को आधे घंटे में बना सकती थीं। उन्होंने इसे जनविरोधी बताया। ममता बनर्जी ने कहा, “आज का बजट गरीबों के खिलाफ है। जनविरोधी है। इसलिए मैं इस बजट की निंदा करती हूं। इस बजट में सिर्फ अंधेरा है। यह लोगों के लिए सिर्फ एक झांसा है। यह आगामी चुनावों को देखते हुए बनाया गया है।”
राहुल गांधी ने बताया मित्र काल बजट:
बता दें कि बजट 2023 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अमृत काल बजट बताया तो कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसे मित्र काल बजट बताया। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा इस मित्र काल बजट में नौकरियां पैदा करने के लिए कोई विजन नहीं, महंगाई से निपटने की कोई योजना नहीं है, असमानता को दूर करने का कोई इरादा नहीं है।
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया क्या बोले:
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने बजट को लेकर कहा कि यह देश को कर्ज डुबो देगा। उन्होंने कहा कि भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का यह केंद्रीय बजट 2023-24 ‘जुमला’ के अलावा और कुछ नहीं है। यह देश को कर्ज में डुबा देगा। सिसोदिया ने कहा कि इस बजट से 15 लाख करोड़ रुपये का कर्ज बढ़ जायेगा।
मीडिया से बात करते हुए सिसोदिया ने कहा, ‘‘सब जानते हैं कि भाजपा ने देश की जनता से अच्छे दिनों का वादा किया था लेकिन भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का बजट एक ‘जुमला’ के अलावा और कुछ नहीं है। हमने अतीत में ऐसे कई जुमले सुने हैं- जैसे बुलेट ट्रेन की शुरुआत या किसानों की आय दोगुनी करने या 60 लाख रोजगार सृजन करने का वादा।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि यह बजट देश को कर्ज में डुबा देगा।
कांग्रेस ने बताया निर्मम बजट:
केंद्रीय बजट को लेकर कांग्रेस ने भी आलोचना की है। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने कहा, “इसे निर्मला जी का निर्मम बजट कहा जा सकता है। इस बजट को चुनाव को देखते हुए बनाया गया है। इसमें किसी को कोई सहुलियत नहीं दी गई है। पहले एयरपोर्ट के विकास के लिए हजारों करोड़ रुपए दिए गए और फिर उसे निलाम कर दिया गया। क्या उसी तर्ज पर रेलवे के लिए भी पैसा दिया जाएगा और उसे भी निजी हाथों में बेच दिया जाएगा।”
बजट से किसी को भी फायदा नहीं: पी. चिदंबरम
वहीं कांग्रेस सांसद पी. चिदंबरम ने कहा कि वित्त मंत्री ने अपने भाषण में कहीं भी बेरोजगारी, गरीबी, असमानता या समानता जैसे शब्दों का जिक्र नहीं किया। बजट से पता चलता है कि सरकार लोगों की आजीविका, उनकी चिंताओं, अमीर और गरीब के बीच बढ़ती असमानता के बारे में परवाह नहीं करती है।
उन्होंने कहा कि इस बजट से किसे फायदा हुआ है? निश्चित रूप से, गरीब को नहीं, नौकरी की तलाश कर रहे युवा को नहीं, नौकरी से निकाले जाने वाले युवा को नहीं, करदाता को नहीं और गृहिणी को भी नहीं।