महाराष्ट्र विधानसभा में आदित्य ठाकरे ने विधायक पद की शपथ तो ले ली है। लेकिन क्या हो महाराष्ट्र की नई शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस सरकार में कैबिनेट का भी हिस्सा होंगे..? गठबंधन सरकार की तरफ से आदित्य ठाकरे के पिता और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे सीएम होंगे। ऐसे में सूत्रों के हवाले से कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि पहली बार विधानसभा में चुन कर आए आदित्य ठाकरे को कैबिनेट में फिलहाल जगह नहीं मिलेगी पर उनका कद सीएम से कम नहीं होगा।
शिवसेना के एक कार्यकर्ता ने कहा है कि एक ही परिवार के 2 लोगों के कैबिनेट में होने से शायद पार्टी की छवि को नुकसान पहंचे। इसलिए ऐसा हो सकता है कि आदित्य ठाकरे कैबिनेट में शामिल ना हो यानी उन्हें कोई मंत्री ना बनाया जाए। लेकिन यह भी काफी मुमकिन है कि वो इस गठबंधन सरकार के टॉप लेवल की टीम का हिस्सा जरूर होंगे। जाहिर है आदित्य ठाकरे महाराष्ट्र की सरकार में मुख्यमंत्री तो नहीं बन रहे लेकिन उनका कद किसी सीएम से कम नहीं होगा। सूत्रों के मुताबिक 29 साल के आदित्य ठाकरे अपने पिता उद्धव ठाकरे की छाया बनकर रहेंगे।
आदित्य ठाकरे को कैबिनेट से दूर रखना पार्टी के नजरिए से काफी फायदेमंद भी माना जा रहा है। पार्टी कार्यकर्ताओं का मानना है कि कैबिनेट में शामिल नहीं होने पर आदित्य ठाकरे के पास इतना समय रहेगा कि वो भविष्य में संगठन में आने वाली अंदरुनी समस्याओं को खत्म कर सकेंगे। वो खुद अलग-अलग जिलों में जाकर लोगों से संपर्क कर सकते हैं और पार्टी कैडर से संपर्क कर पार्टी को और मजबूत कर सकते हैं।
आपको बता दें कि आदित्य ठाकरे वर्ली विधानसभा सीट से चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे हैं। इससे पहले शिवसेना कार्यकर्ताओं ने आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग भी उठाई थी। महाराष्ट्र में बाकायदा कई जगहों पर इसके लिए पोस्टर भी पार्टी कार्यकर्ताओं ने लगाए थे। लेकिन बीजेपी से गठबंधन टूटने और एनसीपी तथा कांग्रेस के साथ शिवसेना के हाथ मिलाने के बाद धीरे-धीरे तस्वीर साफ हो गई कि उद्धव ठाकरे ही महाराष्ट्र के अगले सीएम होंगे।
