महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे होंगे। बाला साहब ठाकरे के वारिस उद्धव ठाकरे 59 साल के हैं और शिवसेना के अध्यक्ष भी हैं। उद्धव ठाकरे की पत्नी का नाम रश्मि ठाकरे है। कभी-कभी उद्धव ठाकरे के साथ सार्वजनिक मंच पर नजर आने वाली रश्मि ठाकरे के बारे में कहा जाता है कि वो कम बोलती हैं और अपने काम को लेकर ज्यादा व्यस्त रहती हैं। उद्धव ठाकरे और रश्मि देसाई की मुलाकात कैसे हुई और फिर बात शादी तक कैसे पहुंची?
इसके पीछे भी एक दिलचस्प किस्सा है।

दोम्बिवली के एक मध्यम परिवार में जन्मीं रश्मि ठाकरे ने साल 1980 में अपना ग्रेजुएशन Vaze-Kelkar कॉलेज से किया था। उनके पिता माधव पटनाकर एक बिजनेसमैन हैं। रश्मि ठाकरे और उनकी बहन पर अपनी मां मीनाताई का काफी असर पड़ा है। रश्मि देसाई को नजदीक से जानने वालों का मानना है कि ठाकरे घराने की बड़ी बहू होने के बावजूद भी रश्मि देसाई कभी पावर या पॉपुलैरिटी को अपने ऊपर हावी नहीं होने देतीं।

शायद यहीं वजह है कि रश्मि का अपने अपने माता-पिता और ससुराल वालों के साथ जबरदस्त जुड़ाव है। एक महिला के तौर पर उद्धव ठाकरे की पत्नी परिवार के सभी सदस्यों को साथ लेकर चलने वाली मानी जाती हैं। निर्मल स्वभाव और परिवार वालों के बीच एक अलग छवि होने की वजह से ही उनका अपने दोनों बच्चों आदित्य ठाकरे और तेजस ठाकरे से अनूठा रिश्ता कायम है।

यह एक बड़ी दिलचस्प बात है कि साल 1987 में रश्मि ठाकरे ने LIC ज्वायन किया था। उस वक्त उन्होंने अनुबंध के आधार पर यह नौकरी हासिल की थी। LIC की जिस स्किम पर रश्मि काम करती थीं उसका नाम था ‘180 day scheme’

काम करने के दौरान ही उनकी दोस्ती राज ठाकरे (अब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना अध्यक्ष) की बहन जयजयावंति से से हो गई थी। जयजयावंति ने ही सबसे पहले रश्मि की मुलाकात उद्धव ठाकरे से कराई। जल्दी ही उद्धव ठाकरे और रश्मि की यह दोस्ती और भी गहरी हो गई। 13 दिसंबर, 1989 को रश्मि और उद्धव ठाकरे ने शादी रचा ली।

उद्धव के लिए पत्नी के तौर पर रश्मि का चुनाव बिल्कुल सही साबित हुआ। रश्मि ठाकरे शुरू से ही परिवार वालों के प्रति समर्पित रहीं। जब बालासाहेब ठाकरे बीमार पड़े थे तब मातोश्री में उनका हालचाल लेने के लिए तकरीबन हर रोज शिवसैनिकों का आना-जाना होता था। रश्मि देसाई शिवसैनिकों के घर आने के बाद उनके खाने-पीने का बेहतर ख्याल रखती थीं।

बेहतरीन महिला, जिम्मेदार पत्नी और एक अच्छी मां होने के अलावा रश्मि ठाकरे को संगीत से भी काफी लगाव रहा है। कहा जाता है कि उस्ताद गुलाम अली के ग़ज़ल उन्हें काफी पसंद हैं। संगीत सुनने के अलावा गीत गुनगुनाने में भी रश्मि देसाई परिपक्व हैं। रश्मि ने कभी क्लासिलकल म्यूजिक की ट्रेनिंग नहीं ली लेकिन उनकी मधुर आवाज में वो गाने भी बहुत अच्छा गाती हैं।