Maharashtra Government Formation, Maharashtra CM Uddhav Thackeray Oath Ceremony : उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री बनने के बाद पहला फैसला छत्रपति शिवाजी को लेकर किया। गुरुवार को शपथ ग्रहण के बाद रात को उन्होंने पहली कैबिनेट बैठक ली, जिसमें विभिन्न फैसले लिए गए। उद्धव ने इसके बाद प्रेस वार्ता कर बताया कि शिवाजी के किले के रख रखाव के लिए 20 करोड़ रुपयों की मंजूरी दी गई है।
उद्धव के मुताबिक, उन्होंने मुख्य सचिव से किसानों से जुड़े आंकड़े भी मांगे हैं। एक-दो दिन में वे किसान वर्ग को खुश करने वाली खबर दे सकते हैं। हालांकि, उनसे जब कॉमन मिनिमम प्रोग्राम में सेक्युलर शब्द पर जोर दिए जाने को लेकर प्रश्न हुआ तो वह असहज होते हुए बिफर गए। बोले- आपका सेक्युलर से मतलब क्या है? आप बताएं, मैं क्यों बोलूं…।
बता दें कि उद्धव, महाविकास अघाड़ी के नेता और शिवसेना अध्यक्ष भी हैं। गुरुवार शाम मुंबई के शिवाजी पार्क में आयोजित समारोह में राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने उन्हें मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। सूबे में इसी घटनाक्रम के साथ 20 साल बाद ठाकरे राज की वापसी हुई है, जबकि पहली बार ठाकरे परिवार का कोई मुख्यमंत्री बना है।
Maharashtra CM Uddhav Thackeray Oath Taking Ceremony LIVE
#WATCH Chief Minister designate Uddhav Thackeray & others take oath, at Shivaji Park in Mumbai. (Source: DGIPR Maharashtra) https://t.co/blmoAsNpGt
— ANI (@ANI) November 28, 2019


महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बृहस्पतिवार को दक्षिण मुंबई में मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास को खाली करना शुरू कर दिया। पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी का एक वाहन दोपहर में फडणवीस के सामानों को दूसरी जगह पहुंचाने के लिए मालाबार हिल इलाके में स्थित मुख्यमंत्री के आधिकारिक बंगला ‘वर्षा’ पहुंचा। वहां पर तैनात एक पुलिस अधिकारी ने इस बारे में बताया।
शिंदे (55) पड़ोसी ठाणे शहर में शिवसेना का सबसे महत्वपूर्ण चेहरा हैं। यहां से वह लगातार चार बार विधानसभा चुनाव जीतते आ रहे हैं। शिवसेना में संकटमोचक के तौर पर देखे जाने वाले शिंदे भाजपा के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार (2014-19) में लोकनिर्माण मंत्री थे।
जयंत पाटिल (57) को साफ छवि वाले नेता के तौर पर देखा जाता है। उन्होंने महत्वूर्ण माने जाने वाले लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनावों से पहले अप्रैल 2018 में सुनील तटकरे की जगह राकांपा की महाराष्ट्र इकाई की जिम्मेदारी संभाली। राकांपा ने अप्रैल 2019 में हुए लोकसभा चुनावों में अपनी सीटें बरकरार रखीं और इसी साल अक्टूबर में हुए विधानसभा चुनावों में अपनी स्थिति को बेहतर किया, हालांकि इसका अधिकतर श्रेय पार्टी के मुखिया शरद पवार को दिया गया।
कभी एक दूसरे के धुर विरोधी और विचारधारा के आधार पर एक दूसरे से अलग रुख रखने वाले दलों के गठबंधन का हिस्सा बने पाटिल को शांत स्वभाव के लिये जाना जाता है। उनके इस सरकार में अहम भूमिका निभाने की उम्मीद है। सूबे के चर्चित नेता दिवंगत राजाराम पाटिल के बेटे जयंत ने 1999 से 2014 तक प्रदेश में कांग्रेस-राकांपा गठबंधन की सरकार के दौरान वित्त, गृह और ग्रामीण विकास जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय संभाले थे।
भुजबल (72) महाराष्ट्र की राजनीति में कद्दावर नेता हैं और उनकी सबसे बड़ी खासियत यह कि वह राज्य में तीनों प्रमुख गैर भाजपाई दलों से जुड़े रहे हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता अलग-अलग समय शिवसेना और कांग्रेस के भी सदस्य रहे हैं। भाजपा शासित सरकार के दौरान मार्च 2016 से दो साल जेल में बिताने के बाद एक बार फिर मंत्री बनाए जाने को उनके राजनीतिक भाग्य के फिर से चमकने के तौर पर देखा जा रहा है।
अन्य पिछड़ा वर्ग समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले भुजबल की राजनीति शिवसेना में रहने के दौरान चमकी। उन्होंने शिवसेना के गढ़ मुंबई में दो बार महापौर-1985-86 और 1990-91- का पद संभाला। उन्होंने 1991 में शिवसेना का साथ छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया था। भुजबल ने 1999 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और शरद पवार के साथ जा मिले जिन्होंने उसी साल राकांपा का गठन किया। वह दिसंबर 2008 में उप मुख्यमंत्री बने और कांग्रेस-राकांपा सरकार में गृह व लोक निर्माण जैसे अहम विभाग संभाले।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ गुरुवार शाम यहां शिवाजी पार्क में मंत्री पद की शपथ लेने वाले शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस विधायकों की पहचान उनके चेहरों के साथ ही चुनावी राजनीति में लंबी पारी और पूर्व में प्रमुख सरकारी विभागों को संभालने का अनुभव रहा।
ठाकरे गठबंधन सरकार, महा विकास आघाड़ी (एमवीए) का नेतृत्व कर रहे हैं जिसकी मुख्य घटक शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस हैं। ठाकरे के साथ राकांपा के छगन भुजबल और जयंत पाटिल, कांग्रेस के बालासाहेब थोराट और नितिन राउत व शिवसेना की और से एकनाथ शिंदे और सुभाष देसाई ने मंत्री पद की शपथ ली।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद शिवसेना चीफ और महाविकास अघाड़ी के नेता उद्धव ठाकरे शाम को सिद्धीविनायक मंदिर पहुंचे। उन्होंने यहां विधि-विधान से बप्पा की पूजा की।
उद्धव के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी। मोदी ने लिखा- महाराष्ट्र के सीएम पद की शपथ लेने के लिए उद्धव जी आपको बधाई। मुझे यकीन है कि आप महाराष्ट्र के सुनहरे भविष्य के लिए काम करेंगे।
मध्य मुम्बई स्थित शिवाजी पार्क मैदान में गुरुवार को उद्धव ठाकरे के महाराष्ट्र के नये मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने को लेकर बालमोहन विद्यामंदिर में भी जश्न का माहौल रहा। शिवसेना प्रमुख ठाकरे ही नहीं बल्कि मंत्री के तौर पर शपथ लेने वाले राकांपा नेता जयंत पाटिल भी इस स्कूल के पूर्व छात्र हैं।ठाकरे बालमोहन विद्यामंदिर के 1976 बैच के छात्र हैं। स्कूल के शिक्षकों, ट्रस्टी और वर्तमान एवं पूर्व छात्रों में खुशी और उत्साह है। राज्य के शीर्ष पद के लिए ठाकरे का नाम तय होने के बाद उनके साथ पढ़ाई कर चुके कुछ पूर्व छात्र स्कूल पहुंचे।
उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण से पहले कांग्रेस के दो मंत्रियों के नाम सामने आए हैं। कहा जा रहा है कि इनमें बाला साहेब थोराट को मंत्री बनाया जाएगा। इसी बीच, कांग्रेस अतंरिम चीफ सोनिया गांधी ने उद्धव को चिट्ठी लिख कार्यक्रम में आने पर असमर्थता जताई है।
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे बृहस्पतिवार शाम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही ऐसे आठवें मुख्यमंत्री बन जायेंगे जो विधायक नहीं रहते हुए भी राज्य के मुख्यमंत्री बने। कांग्रेस नेता ए आर अंतुले, वसंतदादा पाटिल, शिवाजीराव निलांगेकर पाटिल, शंकरराव चव्हाण, सुशील कुमार शिंदे और पृथ्वीराज चव्हाण उन नेताओं में शामिल हैं जो मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते वक्त राज्य विधानमंडल के किसी सदन के सदस्य नहीं थे।
तत्कालीन कांग्रेस नेता एवं मौजूदा राकांपा प्रमुख शरद पवार का नाम भी इन्हीं नेताओं में शुमार है। ठाकरे (59) यहां बृहस्पतिवार शाम को शिवाजी पार्क में मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के साथ ऐसे आठवें नेता बन जायेंगे। संविधान के प्रावधानों के अनुसार कोई नेता यदि विधानसभा या विधान परिषद् का सदस्य नहीं है तो उसे पद की शपथ लेने के छह महीने के भीतर विधानसभा का सदस्य बनना होता है।
उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण से पहले कॉमन मिनिमम प्रोग्राम (न्यूनतम साझा कार्यक्रम) सामने आया है। एबीपी न्यूज ने इससे जुड़े दस्तावेज के हवाले से बताया कि इसके तहत तत्काल कर्जमाफी, गरीब बच्चियों को मुफ्त शिक्षा, शहरी इलाकों में सड़क योजना और महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाना सरीखी चीजें होंगी।
महाविकास अघाड़ी के नेता और शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे के शपथ समारोह के खिलाफ याचिका पर फौरी सुनवाई से बॉम्बे हाईकोर्ट ने इन्कार कर दिया है। कार्यक्रम शाम साढ़े छह बजे के आस-पास शुरू होगा, जबकि इस दौरान वे विधायक पद और गोपनीयता की शपथ नहीं लेंगे, जो पहले सूबे के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सीएम पद का शपथ लेने से पहले पार्टी के मुखपत्र सामना के संपादक पद से इस्तीफा दे दिया है। यह अखबार मराठी और हिन्दी में प्रकाशित होता है। पार्टी प्रवक्ता संजय राउत पत्र के कार्यकारी संपादक हैं।
अजित पवार ने साफ किया है कि वो आज शपथ नहीं लेंगे। उन्होंने बताया कि एनसीपी समेत तीनों दलों से 2-2 लोग आज शपथ लेंगे। उप मुख्यमंत्री के सवाल पर कहा कि पार्टी उस पर बाद में विचार करेगी।NCP leader Ajit Pawar: I am not taking oath today. Today six leaders will be taking oath from each party (Shiv Sena, NCP, Congress). The decision on Deputy Chief Minister is yet to be taken by the party. #Maharashtra pic.twitter.com/JS1n3A1aJJ— ANI (@ANI) November 28, 2019
एनसीपी विधायक दल के नेता जयंत पाटिल ने साफ किया है कि वो नई सरकार में मंत्री पद की शपथ लेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बावत औपचारिक निमंत्रण मिल चुका है।
उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह में उनके चचेरे भाई राज ठाकरे शामिल होंगे। शाम 6.40 बजे मुंबई के शिवाजी पार्क में उद्धव ठाकरे और उनकी कैबिनेट का शपथ ग्रहण समारोह होगा। राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे कुछ महीने पहले भी मुलाकात कर चुके हैं।
उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण समारपोह में बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व की तरफ से कोई नेता शामिल नहीं होगा। हालांकि, महाराष्ट्र बीजेपी के नेता शपथ समारोह में शामिल होंगे।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अजित पवार इस हफ्ते दूसरी बार राज्य के डिप्टी सीएम की कुर्सी संभाल सकते हैं। पिछले शनिवार को उन्होंने बीजेपी के सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ मिलकर डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी।
डीएमके प्रमुख एम के स्टालिन उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए मुंबई पहुंच चुके हैं। कांग्रेस की तरफ से सोनिया गांधी और राहुल गांधी के शपथ समारोह में शामिल होने पर अभी भी संशय बना हुआ है।
महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख बालासाहेब थोराट ने कहा कि उन्हें नहीं मालूम कि कांग्रेस के कितने लोग आज मंत्री पद की शपथ लेंगे। उन्होंने कहा कि वो सिर्फ इतना जानते हैं कि शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री के रूप में उद्धव ठाकरे शपथ लेंगे।
सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र में आज होने जा रहे नई सरकार के शपथ समारोह में एनसीपी कोटे से जयंत पाटिल और छगन भुजबल शपथ ले सकते हैं। सूत्र बता रहे हैं कि अजित पवार डिप्टी सीएम हो सकते हैं लेकिन वो आज शपथ ग्रहण नहीं करेंगे।
उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री के सामने की सड़क को शिव सैनिकों ने पोस्टर से पाट दिया है। महा विकास अघाड़ी के नेता के रूप में राज्य की बागडोर संभालने पर उन्हें कार्यकर्ता बधाई दे रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि वह महाराष्ट्र में शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी की संयुक्त सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। मुंबई के शिवाजी पार्क में उद्धव ठाकरे शाम को सीएम पद की शपथ लेंगे।
शिवसेना कार्यालय के बाहर बाला साहेब ठाकरे और इंदिरा गांधी की तस्वीरों वाले पोस्टर लगाए गए हैं।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र के 18 वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगे। वह मनोहर जोशी और नारायण राणे के बाद इस पद पर काबिज होने वाले शिवसेना के तीसरे नेता हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को घोषित होने के एक महीने बाद ठाकरे (59) मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे गुरुवार को मुंबई के शिवाजी पार्क में आयोजित सार्वजनिक समारोह में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह के लिए मध्य मुंबई के दादर स्थित शिवाजी पार्क और उसके आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। राज्य में 20 साल बाद पार्टी के पास यह पद होगा। 59 साल के उद्धव ठाकरे उसी शिवाजी पार्क में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, जहां पर उनके पिता और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे अपनी दशहरा रैली को संबोधित किया करते थे। सरकार में एनसीपी का उपमुख्यमंत्री रहेगा तो वहीं, विधानसभाध्यक्ष का पद कांग्रेस का हिस्से में जाएगा।
कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि भाजपा को रोकने के लिए भविष्य में देश के दूसरे राज्यों में भी महाराष्ट्र की तरह नए राजनीतिक समीकरण बन सकते हैं। पार्टी प्रवक्ता राजीव गौड़ा ने संवाददाताओं से कहा, ''हमने पिछले कुछ वर्षों में देखा है कि भाजपा ने दूसरे राजनीतिक दलों और अपने सहयोगियों तक को निशाना बनाया है। इसलिए हम देख रहे हैं कि देश में नए समूह बन रहे हैं । यह सब बहुत व्यवहारिक तरह से हो रहा है।'' उन्होंने महाराष्ट्र मॉडल के आगे प्रयोग के बारे में पूछे जाने पर कहा कि आप आगे व्यवहारिक गठबंधन देखेंगे। गौड़ा ने दावा किया, ''''भाजपा की सरकार देश की सेहत और अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी नहीं है। इसलिए जरूरी है कि सभी दल मिलकर भाजपा को रोकें।'' उन्होंने यह भी कहा, ''अभी ये दिखने लगा है कि भारत के नक्शे पर पर राजनीतिक तस्वीर बदल रही है। आप एक बार फिर से बिना किसी भाजपा शासित राज्य में जाये कन्याकुमारी से कश्मीर का सफर तय कर सकते हैं।''
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को महाराष्ट्र में बनने जा रही नई सरकार के शपथग्रहण में शामिल होने का न्योता दिया है। उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी को फोन पर यह न्योता दिया है। वहीं, मोदी ने ठाकरे को बधाई दी है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता प्रफुल्ल पटेल ने बुधवार रात बताया कि महाराष्ट्र सरकार में राकांपा को उपमुख्यमंत्री का पद मिलेगा । शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के नेताओं की बैठक के बाद पटेल ने यहां संवाददाताओं को बताया कि कांग्रेस को विधानसभा अध्यक्ष का पद मिलेगा जबकि राकांपा को उप विधानसभाध्यक्ष का पद मिलेगा । उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार शाम शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ, तीनों दलों में प्रत्येक से एक या दो सदस्य मंत्री पद की शपथ लेंगे
शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे बुधवार को दिल्ली पहुंचे, जहां उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की। आदित्य पिता के शपथ ग्रहण समारोह के लिए न्यौता देने यहां आए थे। बाद में वह पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के घर पर भी निमंत्रण पत्र देने गए।
उन्होंने इस दौरान बताया- मेरी सोनिया जी और मनमोहन जी से भेंट हुई, क्योंकि उनका मार्गदर्शन और आशीर्वाद जरूरी है। अब मैं मुंबई लौट रहा हूं।
इससे पहले, पूर्व वित्त मंत्री, वरिष्ठ Congress नेता और INX Media Scam के आरोपी पी चिदंबरम ने महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर महीने भर चले सियासी ड्रामे पर चुप्पी तोड़ी। बुधवार को उन्होंने दावा किया कि सूबे में गुपचुप सरकार बनाने के लिए चार बजे तक सुबह तक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंग जागते रहे। यह आरोप उन्होंने आईएनएक्स मामले की सुनवाई के बाद जेल वापस ले जाए जाते वक्त लगाया।
उन्होंने मीडिया से कहा, "राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस सब (जल्दी सुबह फडणवीस और अजित पवार को क्रमशः सीएम और डिप्टी सीएम पद की शपथ दिलाने वाला प्रकरण) के लिए जिम्मेदार हैं। यह दुखद है कि राष्ट्रपति भी इसमें शामिल थे और वह भोर में चार बजे तक इस सब के लिए जागते रहे।"
मुंबई पुलिस के मुताबिक, उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान लगभग 2000 पुलिसकर्मी शिवाजी पार्क में तैनात रहेंगे।
मुंबई के दादर में स्थित शिवाजी पार्क बीते पांच दशक के दौरान शिवसेना की राजनीति का केंद्र रहा है। यह मैदान 1966 में भगवा दल की पहली रैली से लेकर पार्टी के संस्थापक बाल ठाकरे के अंतिम संस्कार और 1995 में पार्टी की ओर से पहले मुख्यमंत्री बने मनोहर जोशी के शपथ ग्रहण तक का गवाह रहा है।
अब इसी मैदान में बृहस्पतिवार को शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। यह मैदान शहर के सामाजिक ताने बाने का हिस्सा रहा है। इस मैदान ने ठाकरे परिवार की चार पीढ़ियों के जरिए शिवसेना का उदय देखा है। इन चार पीढ़ियों में केशव जिन्हें प्रबोधनकार (सामाजिक सुधारक) नाम से जाना जाता है, उनके बेटे बाल ठाकरे, उद्धव और राज और आदित्य शामिल हैं।
दादर-वडाला-माटुंगा-सायन-माहिम शहर योजना के तहत परिकल्पित 28 एकड़ में फैला खेल का मैदान 1925-26 में दादर में पहली बार अस्तित्व में आया था। शिवाजी पार्क इलाके में 80 साल से रह रहे अशोक रावत ने बताया कि 1927 में मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी की जयंती पर इसका नाम शिवाजी पार्क रखा गया।
महाराष्ट्र में नई सरकार के मंत्रिमंडल को लेकर महाविकास अघाड़ी (Shivsena, Congress और NCP का गठबंधन) की अहम बैठक जारी है। तीनों दलों के दिग्गज नेता इसमें मौजूद है। इसी बीच, कुछ टीवी मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया कि एनसीपी चीफ शरद पवार को आम सहमति से अधिकार दे दिए गए हैं कि वे अपने हिसाब से मंत्रियों के नाम चुनें। हालांकि, फिलहाल इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।
तीनों पार्टियों की यह बैठक मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर में चल रही है, जिसमें शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ उनकी पार्टी के फायरब्रांड नेता संजय राउत शामिल हैं, जबकि एनसीपी चीफ शरद पवार के साथ उनके भतीजे अजित पवार भी वहां हैं। इसी बीच, सीनियर बीजेपी नेता और केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में जनादेश चुराकर सरकार बनायी जा रही है, क्योंकि महाराष्ट्र में हमारी (शिवसेना-भाजपा) युति (गठबंधन) को पूर्ण बहुमत मिला था।
झारखंड विधानसभा चुनावों के लिए आज यहां भाजपा का जन संकल्प पत्र जारी करने के अवसर पर मीडिया से बातचीत में केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘यह अवसरवादिता की पराकाष्ठा है।’’
एक सवाल के जवाब में प्रसाद ने कहा, ‘‘हम बिलकुल गैर कांग्रेसवाद पर विश्वास करते हैं। इसी विचार के आधार पर हमारा गठबंधन शिवसेना के साथ था। महाराष्ट्र में हमारी युति (गठबंधन) का पूर्ण बहुमत था। जो यह सरकार बनी है, उसमें जनादेश को चुराया गया है। अब (सरकार) बन रही है जो भी है अलग बात है।’’
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस को आनन-फानन में शपथ दिलाने के तरीके को लेकर बुधवार को भाजपा पर करारा प्रहार किया। कांग्रेस नेता ने कहा कि इसके लिये ‘राज्यपाल, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति सभी जिम्मेदार हैं।’
चिदंबरम (74) ने कहा, ‘‘उनके (भाजपा के) संविधान दिवस मनाने का यह तरीका है। यही सम्मान वे संविधान का करते हैं। राज्यपाल, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति, ये सभी आधी रात को हुए इस घटनाक्रम के लिये जिम्मेदार हैं।’’ उन्होंने यहां अदालत कक्ष से बाहर निकलते हुए कहा, ‘‘यह दुखद है कि राष्ट्रपति शामिल हैं। मुझे बहुत दुख है कि राष्ट्रपति को सुबह चार बजे जगाया गया।’’
इससे पहले, महाविकास अघाड़ी गठबंधन के नेता और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह के लिए विभिन्न दलों के नेताओं को न्यौता भेजा गया है। बुधवार को कांग्रेस के विजय वडेत्तिवार ने बताया कि सभी कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों, एम के स्टालिन, ममता बनर्जी, और अरविंद केजरीवाल को कार्यक्रम के लिए न्यौता भेजा गया है। वहीं, शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने बताया कि सोनिया गांधी को भी बुलाया गया है।
सूत्रों ने बताया कि नई सरकार में पिछली सरकार डिप्टी सीएम रहे अजित पवार को मंत्री पद दिया जा सकता है। हालांकि इस पर अंतिम फैसला एनसीपी प्रमुख शरद पवार का होगा। इसी बीच, सरकार बनाने और मंत्रालयों के बंटवारे की चर्चा के लिए तीनों दलों के नेताओं की मुंबई में अहम बैठक हुई।
इस बैठक में कांग्रेस नेता अहमद पटेल और केसी वेणुगोपाल के अलावा पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण, कांग्रेस मुंबई अध्यक्ष बालासाहेब थोराट और एकनाथ खड़गे मौजूद रहे। मीटिंग में शपथग्रहण समारोह कर लेकर भी चर्चा हुई।।
शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र विकास आघाड़ी के नेता उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह के लिये मध्य मुंबई के दादर स्थित शिवाजी पार्क और उसके आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं। पुलिस यों ने यह जानकारी दी। इस समारोह में विभिन्न पार्टियों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है। अधिकारी ने कहा कि संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) विनय चौबे समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को समारोह स्थल पर सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की।
ठाकरे, बृहस्पतिवार शाम महाराष्ट्र के 17वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे। शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के महाराष्ट्र विकास आघाड़ी (एमवीए) के नेता उद्धव ठाकरे परिवार से मुख्यमंत्री बनने वाले पहले सदस्य होंगे। शिवसैनिकों का शिवाजी पार्क से भावनात्मक जुड़ाव रहा है, जहां पार्टी के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे दशहरा रैली को संबोधित किया करते थे। बाल ठाकरे के पुत्र उद्धव ने भी इस परंपरा को बकरार रखा। बाल ठाकरे का अंतिम संस्कार भी शिवाजी पार्क के एक कोने में किया गया था, जिसे शिवसैनिक "शिवतीर्थ" कहते हैं।