सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार (25 नवंबर, 2019) को कहा कि वह महाराष्ट्र में देवेन्द्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाने के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के फैसले के खिलाफ शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की याचिका पर मंगलवार (26 नवंबर) को सुबह साढ़े दस बजे अपना फैसला सुनाएगा। खास बात है कि महाराष्ट्र सरकार मामले पर सुनवाई से पहले राज्य सभा सांसद और शिवसेना नेता संजय राउत ने एक ट्वीट किया, जो अब खूब वायरल हो रहा है। राउत ने कहा कि ‘इतिहास अतीत की राजनीति है और राजनीति वर्तमान इतिहास है।’ शिवेसना नेता के इस ट्वीट पर यूजर्स अब खूब प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
ट्विटर यूजर श्रीकांत ने ट्वीट कर लिखा, ‘शिवसेना का फ्यूचर डार्क मिस्ट्री है।’ अल्का सिंह ने लिखा, ‘शायर संजय ने अपने विधायकों को साफ-साफ कह दिया है कि अग किसी ने अमित शाह का फोन उठाया तो मेरा मरा हुआ मुंह देखोगे।’ वंशज लिखते हैं, ‘तमाम उम्र गालिब ये भूल करता रहा…धूल चेहरे पर थी पर शीशा साफ करता रहा। गजब और धोखेबाज है शिवसेना।’ पहाशाच नाम से ट्वीट कर लिखा, ‘राज की बात कह दूं तो जाने महफिल में क्या हो। राज खुलने का तुम पहले अंजाम सोच लो। इशारों को अगर समझो राज को राज ही रहने दो। समझा करो यार… भूल गए कि उनके पिता अभी मैदान में हैं।’ अल्का सिंह ने लिखा, ‘बाला साहेब जिसके खिलाफ लड़े आज उसी के साथ मिल गए।’
देखें संजय राउत का ट्वीट-
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) November 25, 2019
एक यूजर लिखते हैं, ‘जो देखते हैं हमेशा जेसीबी की खुदाई, आज हमें दे रहे हैं नैतिकता की दुहाई। तब क्या आंखे बंद कर रखी थी मेरे भाई, जब अटल जी ने 1 वोट से सरकार गवाई।’ पूजा त्रिपाठी लिखती हैं, ‘शिवसेना की राजनीति भी जल्द इतिहास बन जाएगी और इतिहास बन जाएगी आपकी शायरी।’ हर्षल राउत लिखते हैं, ‘महाराष्ट्र राजनीति की कहानी सिर्फ इतनी है की चच्चा भतीजे दोनों मिलकर कांग्रेस और शिवसेना को गोली खिला रहे हैं।’
यहां देखें यूजर्स की प्रतिक्रिया-





बता दें कि महाराष्ट्र मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने सोमवार को संसद के भीतर एवं बाहर जमकर विरोध किया। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राज्य में भाजपा और अजित पवार के मिलकर रातोंरात सरकार बनाने सहित पूरे घटनाक्रम को ‘लोकतंत्र की हत्या’ करार दिया। इस मुद्दे को लेकर जहां कांग्रेस सांसदों ने संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने सोनिया गांधी की अगुवाई में प्रदर्शन किया तो संसद के दोनों सदनों में भी जमकर हंगामा किया।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में अप्रत्याशित राजनीतिक घटनाक्रम में राज्यपाल ने शनिवार की सुबह भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री और राकांपा नेता अजित पवार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। इसके बाद से शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा ने अपने-अपने विधायकों को मुंबई के अलग-अलग होटलों में ठहराया है। फडणवीस और अजित पवार के शपथग्रहण के बाद इन तीनों दलों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है जिस पर शीर्ष अदालत मंगलवार को फैसला सुनाएगी। (भाषा इनपुट)

