कुरुक्षेत्र/हिसार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को हरियाणा विधानसभा चुनावों के प्रचार अभियान के दौरान दो तरफा हमला करते हुए चौटाला परिवार और कांग्रेस पर करारा प्रहार किया। उन्होंने हरियाणा को ‘बाहुबलियों’ से निजात दिलाने के लिए भाजपा को स्पष्ट जनादेश देने का आग्रह किया और राबर्ट वाड्रा के भूमि सौदे का मुद्दा उठाते हुए वंशवाद की राजनीति को समाप्त करने की अपील की।
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि वाड्रा के भूमि सौदे पर फैसला 15 अक्तूबर को हरियाणा विधानसभा चुनाव में ‘निश्चित पराजय’ को देखते हुए जल्दबाजी में किया गया है। मोदी ने हिसार में एक चुनाव रैली में कहा- वे (हुड्डा सरकार) जानते हैं कि चुनाव के बाद दामाद (वाड्रा) के अवैध सौदों को मंजूरी नहीं मिलेगी। इसलिए चुनाव प्रक्रिया के बीच में उन्होंने ऐसा निर्णय करने का दुस्साहस किया है। मोदी ने कहा कि मैं समझता हूं कि हुड्डा पर शीर्ष स्तर (कांग्रेस नेतृत्व) से ऐसा फैसला करने के लिए दबाव डाला गया था। उन्होंने उम्मीद जताई कि चुनाव आयोग राज्य सरकार के इस फैसले का संज्ञान लेगा। सोनिया गांधी के दामाद से जुड़े कथित भूमि सौदे को उठाते हुए उन्होंने कहा- मैं उम्मीद करता हूं कि वे किसी तरह के आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के संदर्भ में उपयुक्त कार्रवाई करेंगे। मोदी ने कहा कि हुड्डा सरकार के इस निर्लज्ज फैसले से स्पष्ट है कि वे और कांग्रेस पार्टी दोनों पहले से ही हरियाणा में अपनी हार स्वीकार कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा के मंत्रियों में कौन बनेगा अरबपति का खेल चल रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के संदर्भ मोदी ने राज्य में पूर्व में शासन करने वालों को ‘बाहुबली’ करार देते हुए कहा कि हरियाणा को बाहुबलियों से निजात पाने की जरूरत है ताकि आम लोगों को सुशासन, बुजुर्गों को सम्मान और महिलाओं को सुरक्षा मिल सके। राज्य में चुनाव प्रचार के दौरान रैलियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य में पूर्ण बहुमत वाली सरकार ही हरियाणा को बाहुबलियों से निजात दिला पाएगी।
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और इनेलो नेता ओम प्रकाश चौटाला पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि कुछ लोग जेल से हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने का सपना देख रहे हैं। उन्होंने कहा- मुझे जेल से समर्थन प्राप्त करने की जरूरत नहीं है। मुझे ऐसे गुंडों के समर्थन की जरूरत नहीं है जो जेल में हैं। मोदी ने कहा- वे (ओमप्रकाश चौटाला) कहते हैं कि वे जेल में रहते हुए शपथ लेंगे और वहीं से सरकार चलाएंगे। यहां तक कि वे अपने बेटों पर भी भरोसा नहीं कर रहे हैं। कम से कम वे यह कह सकते थे कि मैं अपने बेटों को बागडोर सौंप दूंगा। अगर वे अपने बेटे पर भरोसा नहीं कर रहे हैं तो उस व्यक्ति पर कैसे भरोसा किया जा सकता है।
मोदी ने कहा- मित्रों, बाहुबलियों का खौफ क्या होता है, मुझे यहां आने के बाद पता चला। संपत्ति पर कैसे कब्जा होता है। क्या आप इन बाहुबलियों से मुक्ति पाना चाहते हैं? मुझे हरियाणा को इन बाहुबलियों से मुक्त कराना और युवाओं के हुनर का विकास करना है।
मोदी ने हरियाणा में वंशवाद की राजनीति और भाई भतीजावाद पर निशाना साधते हुए मतदाताओं से ऐसे दलों को उखाड़ फेंकने की अपील की। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने 60 साल तक शासन किया, वे उनके 60 दिनों का हिसाब मांग रहे हैं। लेकिन वे खुद 60 वर्षों के शासन के लिए जवाबदेह नहीं बनना चाहते। राज्य के लोगों से भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार चुनने की अपील करते हुए मोदी ने कहा कि वे राज्य का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करेंगे और अगर राज्य व केंद्र में एक ही पार्टी की सरकार बनी तो लोग उस सरकार को जवाबदेह भी ठहरा सकेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य में वंशवाद की राजनीति चल रही है, लोकतंत्र की नहीं। जो भी सत्ता में आया, उसके परिवार ने राज्य पर शासन किया। जो भी सरकार आई, उससे जुड़ा परिवार बढ़ा लेकिन राज्य पीछे रह गया। परिवारों ने राज्य को लूट लिया। इन्होंने वंशवाद और जाति के नाम पर राजनीति की। सत्ता में आने पर इन्होंने अपने परिवार के अलावा किसी की सुध नहीं ली। इस व्यक्तिवाद, वंशवाद की संस्कृति और भाई भतीजावाद से लोकतंत्र को खतरा उत्पन्न हुआ है और इसलिए हमें हरियाणा की किस्मत को बदलना होगा।
फरीदाबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि हरियाणा में उन्हें इस बार भाजपा के प्रति लोकसभा चुनावों से भी ज्यादा उत्साह दिख रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी आगामी चुनाव में दहाई अंक तक भी नहीं पहुंच पाएगी। मोदी ने कहा कि मैं स्पष्ट रूप से देख रहा हूं कि हरियाणा के मतदाताओं ने राज्य की किस्मत बदलने का मन पहले ही बना लिया है।
हुड्डा सरकार पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि यह सरकार बहुबलियों और बिल्डरों की जानी जाती है जहां किसानों की जमीन लेकर उसे ‘दामाद’ को सौंप दिया जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि 10 दिनों के बाद मोदी की पार्टी के यहां सत्ता में आने के भय के कारण हरियाणा सरकार को फाइलों को तेजी से मंजूरी देने के लिए मजबूर होना पड़ा। मोदी ने कहा कि यह सार्वजनिक संपत्ति है, किसी को भी इसे लूटने का अधिकार नहीं है।