Kabul: श्री गुरु ग्रंथ साहिब के अंतिम दो स्वरूप बुधवार (18 जनवरी 2023) को काबुल (Kabul) से दिल्ली पहुंचेंगे। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से काम एयरलाइंस (Kam Airlines) की फ्लाइट से इन दो स्वरूपों को रवाना किया गया है। इंडियन वर्ल्ड फोरम के अध्यक्ष पुनीत सिंह चंडोक ने बताया कि अफगान सिख समुदाय के तीन सदस्यों के साथ श्री गुरु ग्रंथ साहिब के अंतिम दो स्वरूप बुधवार तक दिल्ली पहुंच जाएंगे।
काबुल से दिल्ली लाए जा रहे Sri Guru Granth Sahib के आखिरी दो स्वरूप
काबुल शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अमृतसर द्वारा आयोजित एक नॉन-शेड्यूल काम एयर फ्लाइट बुधवार को काबुल से दिल्ली पहुंचेगी। अफगान सिख समुदाय के तीन सदस्यों के साथ श्री गुरु ग्रंथ साहिब के अंतिम दो स्वरूप काबुल से दिल्ली लाए जा रहे हैं। इंडियन वर्ल्ड फोरम के अध्यक्ष पुनीत सिंह चंडोक ने इस मौके पर कहा, “मैं अफगानिस्तान सरकार और भारत सरकार को श्री गुरु ग्रंथ साहिब की पवित्रता के अनुसार स्थानांतरण के लिए सुगम मार्ग और प्रोटोकॉल की सुविधा के लिए धन्यवाद देता हूं।”
श्री गुरु ग्रंथ साहिब के अंतिम 2 स्वरूपों को लेकर काबुल से तीन लोग आ चुके हैं। अब इसे गुरुद्वारा ले जाया जाएगा। एक सदस्य ने कहा कि एसजीपीसी और केंद्र सरकार के प्रयासों के कारण सरूपों को वापस लाया गया।
Pakistan से गुरु ग्रंथ साहिब के पुराने स्वरूप लाने को लेकर दिल्ली के सिख नेता आमने-सामने
वहीं, दूसरी ओर पाकिस्तान से गुरु ग्रंथ साहिब के पुराने स्वरूप लाने को लेकर दिल्ली के सिख नेता आमने-सामने आ गए हैं। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने आरोप लगाया है कि शिरोमणि अकाली दल (शिअद बादल) के प्रदेश अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना और उनके भाई हरविंदर सिंह सरना ने पाकिस्तान से अपने अच्छे संबंधो का फायदा उठाकर इस काम में रुकावट डाल रहे हैं।
कालका ने कहा कि 16 जनवरी को पाकिस्तान से गुरु ग्रंथ साहिब के 200 पुराने स्वरूप डीएसजीएमसी को मिलने वाले थे, लेकिन सरना बंधुओं ने पाकिस्तान सरकार से बात कर इसमें रूकावट डाल दी है। वहीं, दूसरी ओर सरना ने कहा कि DSGMC की मंशा सही नहीं है। वह पुराने स्वरूप को रखने में सक्षम नहीं है इसलिए यह सेवा शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) को मिलनी चाहिए।