scorecardresearch

Annual Health Index: ‘कोरोना लहर के दौरान केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना रहे टॉप परफॉर्मर, दिल्ली सबसे खराब UT’

नीति आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि रिपोर्ट सही समय पर जारी की जाएगी।

Coronavirus in India| COVID|
प्रतीकात्मक तस्वीर (पीटीआई)

कोविड वर्ष 2020-21 के लिए NITI Aayog के वार्षिक ‘स्वास्थ्य सूचकांक’ में तीन दक्षिणी राज्य केरल, तमिलनाडु और तेलंगाना टॉप परफॉर्मर के रूप में उभरे। द इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, छोटे राज्यों में त्रिपुरा ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। वहीं, दिल्ली केंद्र शासित प्रदेशों की सूची में सबसे नीचे था।

Annual Health Index: बिहार को मिला आखिरी स्थान

वार्षिक स्वास्थ्य सूचकांक, 24 हेल्थ परफॉर्मेंस इंडीकेटर्स को शामिल करते हुए समग्र स्कोर पर राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रदर्शन को मापता है। इसे नीति आयोग द्वारा 2017 में लॉन्च किया गया था। आयोग ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और वर्ल्ड बैंक के सहयोग से सूचकांक जारी किया।

19 बड़े राज्यों में, केरल, तमिलनाडु और तेलंगाना समग्र प्रदर्शन के मामले में क्रमशः पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। वहीं, बिहार (19वां), उत्तर प्रदेश (18वां) और मध्य प्रदेश (17वां) सूची में सबसे नीचे हैं। वर्ष दर वर्ष प्रगति में, राजस्थान, उत्तराखंड और ओडिशा 2019-20 में उनके प्रदर्शन की तुलना में 2020-21 में शीर्ष तीन प्रदर्शनकर्ताओं के रूप में उभरे।

केंद्र शासित प्रदेशों में आखिरी स्थान पर रहा दिल्ली

आठ छोटे राज्यों में त्रिपुरा का सर्वश्रेष्ठ समग्र प्रदर्शन रहा, इसके बाद सिक्किम और गोवा का स्थान है। छोटे राज्यों में अरुणाचल प्रदेश (6th), नागालैंड (7th) और मणिपुर (8th) सबसे नीचे हैं। वहीं, आठ केंद्र शासित प्रदेशों में लक्षद्वीप को समग्र प्रदर्शन के मामले में टॉप स्थान दिया गया है जबकि दिल्ली को सबसे नीचे स्थान दिया गया है।

सार्वजनिक नहीं की गयी है Annual Health Index

हालांकि, कोविड वर्ष 2020-21 की (पांचवीं) हेल्थ इंडेक्स रिपोर्ट दिसंबर 2022 तक जारी होनी थी लेकिन अभी तक इसे सार्वजनिक नहीं किया गया है। माना जा रहा है कि नीति आयोग ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के रैंक पर स्वस्थ राज्य प्रगतिशील भारत रिपोर्ट – स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ रिपोर्ट साझा की है।

नीति आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि रिपोर्ट सही समय पर जारी की जाएगी। हेल्थ इंडेक्स राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों का दो मापदंडों पर आकलन करता है – वर्ष दर वर्ष प्रगति और समग्र प्रदर्शन। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों जिन्हें बड़े राज्यों, छोटे राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के रूप में अलग-अलग वर्गीकृत किया गया है, उन्हें उनके अंकों के आधार पर रैंक दिया जाता है।

हेल्थ आउटकम में नवजात मृत्यु दर, कुल प्रजनन दर, जन्म के समय लिंग अनुपात, टीकाकरण कवरेज, संस्थागत प्रसव का अनुपात, तपेदिक के कुल मामले और एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी पर एचआईवी के साथ रहने वाले लोगों का अनुपात जैसे इंडीकेटर शामिल हैं।

पढें राष्ट्रीय (National News) खबरें, ताजा हिंदी समाचार (Latest Hindi News)के लिए डाउनलोड करें Hindi News App.

First published on: 26-05-2023 at 08:31 IST
अपडेट