टूलकिट केसः दिशा ने गलती की, दंगाइयों का समर्थन करती तो शायद मंत्री, CM या क्या पता PM ही बन जाती- कन्हैया का केंद्र पर तंज
कन्हैया कुमार ने ट्वीट किया, ''दिशा रवि ने किसानों का समर्थन करके गलती कर दी. दंगाइयों का समर्थन करती तो शायद मंत्री, मुख्यमंत्री या क्या पता प्रधानमंत्री ही बन जाती। बेंगलुरू से गिरफ्तार हुई 21 साल की पर्यावरण एक्टिविस्ट दिशा रवि अभी दिल्ली पुलिस की रिमांड में है।''

जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष व भाकपा नेता कन्हैया कुमार टूलकिट मामले में गिरफ्तार पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि के बचाव में आगे आए हैं। कन्हैया ने एक ट्वीट करते हुए केंद्र सरकार पर तंज़ कसा और कहा कि दिशा ने गलती की जो किसानों का साथ दिया। गाइयों का समर्थन करती तो शायद मंत्री, CM या क्या पता PM ही बन जाती।
कन्हैया कुमार ने ट्वीट किया, ”दिशा रवि ने किसानों का समर्थन करके गलती कर दी. दंगाइयों का समर्थन करती तो शायद मंत्री, मुख्यमंत्री या क्या पता प्रधानमंत्री ही बन जाती। बेंगलुरू से गिरफ्तार हुई 21 साल की पर्यावरण एक्टिविस्ट दिशा रवि अभी दिल्ली पुलिस की रिमांड में है।” दिशा के अलावा इस केस में दो और नाम सामने आए हैं- निकिता जैकब और शांतनु मुलुक। निकिता और शांतनु भी दिशा की तरह ही क्लाइमेट एक्टिविस्ट हैं।
दिशा रवि ने किसानों का समर्थन करके गलती कर दी। दंगाइयों का समर्थन करती तो शायद मंत्री, मुख्यमंत्री या क्या पता प्रधानमंत्री ही बन जाती।
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) February 16, 2021
कन्हैया के इस ट्वीट पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं भी दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा “कांग्रेस सरकार के समय गलत को गलत बोलते थे और सरकार की गलती का कोई बचाव नहीं करता था। देश ऐसे ही आगे बढ़ता है, अब चाहे मोदी सरकार सारा देश बेच देपर लोगो का ब्रेन वॉश इस कदर हो चुका है कि ये चाह कर भी मोदी को सवाल नहीं कर सकते, ये देश भक्त नहीं नेशनलिस्ट है। देश का बेड़ा गरक तह है।”
एक यूजर ने लिखा “जो आलोचना करेगा वो सीधे जेल जायेगा, जो समर्थन करेगा वो राज्यसभा जायेगा।” एक ने लिखा “दिशा रवि सरकार के गलत नीतियों का विरोध की इसलिए गिरफ्तार हो गई, अगर दलाल, चाटुकारों की तरह ये भी करती तो आज बाहर होती।”
बता दें धालीवाल की सहयोगी अनिता लाल भी पुलिस के रडार पर है। दिशा रवि की गिरफ्तारी के बाद अब निकिता जैकब पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है। शांतनु मुलुक को ट्रांजिट अग्रिम जमानत मिल गई है। इनके अलावा पुनीत, फ्रेडरिक भी पुलिस की रडार पर हैं।