सावरकर की फोटो वाली कॉपी बांटी तो प्रिंसिपल हो गया सस्पेंड, कमलनाथ सरकार पर भड़की BJP, कहा- ओछी राजनीति
मामले में शिवराज सिंह ने कहा, ‘कमलनाथ जी, आपको वीर सावरकर से इतनी घृणा है कि आपको उसने पूरी तरह से अंधा बना दिया है। कांग्रेसी सोच के कारण ही आप अपने ही देश की महान विभूतियों का अपमान कर रहे हैं।

मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में एक शासकीय स्कूल में एक संस्था द्वारा विद्यार्थियों को हिन्दू विचारक वीर सावरकर की तस्वीर वाली कॉपियों के डिलीवरी पर प्रिंसिपल को निलंबित करने के बाद कांग्रेस शासित राज्य में सत्तापक्ष और विपक्षी भाजपा के बीच विवाद छिड़ गया है। प्रिंसिपल के निलंबन पर प्रदेश भाजपा ने कहा कि कमलनाथ सरकार सावरकर के खिलाफ अपनी नफरत में पूरी तरह अंधी हो चुकी है। वहीं कांग्रेस ने इस पर कहा कि सावरकर ने देश हित में क्या किया जो उनका साहित्य स्कूलों में बांटा जाए। बता दें कि सावरकर को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनो आमने सामने होते रहते हैं।
क्या है पूरा मामलाः जिला शिक्षा अधिकारी केसी शर्मा ने बुधवार (16 जनवरी) को कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर डिविशनल कमिश्नर ने मालवासा के सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल आर एन केरावत को निलंबित कर दिया है। शर्मा ने कहा कि सामाजिक संगठन ‘वीर सावरकर मंच’ ने पिछले चार नवंबर को स्कूल में विद्यार्थियों को मुफ्त में कॉपियां बांटी थीं। इन कॉपियों के मुख्य पन्नों पर वीर सावरकर की तस्वीर लगी हुई थी। वहीं इस पर प्रदेश भाजपा ने प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई पर आपत्ति व्यक्त की है।
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पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने की निंदाः भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्याक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस समाचार की क्लिपिंग के साथ बुधवार को ट्वीट किया, ‘राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित और शत-प्रतिशत परीक्षा परिणाम देने वाले प्रिंसिपल को निलंबित करने का समाचार सुनकर मन विचलित है। यह बेहद दुखद और निंदनीय भी है। इस ओछी राजनीति की मैं कड़ी निंदा करता हूं और तत्काल प्रिंसिपल को बहाल करने की मांग करता हूं।’
सीएम कमलनाथ को सावरकर से घृणा ने बना दिया है अंधा- सिंहः इस संबंध में एक अन्य ट्वीट में शिवराज सिंह ने कहा, ‘कमलनाथ जी, आपको वीर सावरकर से इतनी घृणा है कि आपको उसने पूरी तरह से अंधा बना दिया है। कांग्रेसी सोच के कारण ही आप अपने ही देश की महान विभूतियों का अपमान कर रहे हैं। आपके इस कृत्य से प्रदेश शर्मसार हुआ है।’ वहीं दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस ने कहा कि इस कार्रवाई में कुछ भी राजनीतिक नहीं है।
देश हित में सावरकर ने ऐसा क्या कि स्कूलों में बांटे साहित्य- कांग्रेसः मामले में कांग्रेस नेता नरेन्द्र सलूजा ने कहा, ‘मालवासा के हाई स्कूल के प्रिंसिपल के निलंबन का राजनीति से कोई लेना देना नहीं है लेकिन यह अनुशासन और सरकारी नियमों का मामला है।’ उन्होंने भाजपा से सवाल किया कि क्या बिना पूर्व अनुमति के सावरकर की तस्वीर वाली कॉपियां बांटना सही था। उन्होंने यह भी सवाल किया, ‘आखिर सावरकर ने देश हित में क्या किया जो उनका साहित्य स्कूलों में वितरित किया जाए।’