फिल्म डायरेक्टर लीना मणिमेकलई द्वारा मां काली का पोस्टर शेयर करने के बाद से देश में विवाद छिड़ा हुआ है। इस पोस्टर में मां काली को सिगरेट पीते दिखाया गया है, जिसको लेकर मणिमेकलई के खिलाफ लोगों में गुस्सा है और कई जगहों पर उनके खिलाफ शिकायत भी दर्ज की गई है। इस मुद्दे पर टीवी डिबेट्स में तीखी नोंकझोक देखने को मिल रही है। इसी मुद्दे पर एक डिबेट के दौरान भाजपा और सपा नेता के बीच तीखी बहस देखने को मिली। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा कि इस देश में हजारों मंदिर ध्वस्त कर दिए गए। उन्होंने गजनी-गौरी का जिक्र करते हुए पूछा कि क्या तब नरेंद्र मोदी की विचारधारा थी?
‘न्यूज18’ पर डिबेट के दौरान प्रेम शुक्ला ने कहा, “हिंदुओं का कत्लेआम किया गया, जनेऊ का वजन करके हिंदुओं का कत्ल किया जाता था तब क्या नरेंद्र मोदी की विचारधारा थी? 1947 में बंटवारा किस आधार पर किया? यही आधार था न मोहम्मद अली जिन्ना का कि हम शासक थे, शासन कर रहे थे तो शासित कैसे हो जाएंगे।”
भाजपा नेता प्रेम शुक्ला ने कहा, “आज भी उस विचारधारा का समर्थन करने के लिए कभी ओवैसी खड़े हो जाते हैं तो कभी आजम खान खड़े हो जाते हैं और आजम खान के साथ खड़ा कौन होता है लोग जानते हैं।” उनकी बातों पर सपा नेता अनुराग भदौरिया ने पूछा, “कौन जाता है जिन्ना की मजार पर?”
वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता सुबुही खान ने कहा, “जिस दिन इस देश का युवा अपने अंदर ये स्वाभिमान ले आया उस दिन इन लोगों की राजनीति खत्म हो जाएगी।” एक दर्शक ने पूछा कि मेरे भगवान को रोजगार से क्यों जोड़ा जा रहा है। इस सवाल का हवाला देते हुए एंकर ने सलमान निजामी से पूछा तो उन्होंने कहा, “इस देश में भाजपा के कई ऐसे नेता हैं जिन्होंने देवी-देवताओं का अपमान किया है।” उन्होंने नूपुर शर्मा का नाम लेते हुए कहा कि ऐसी बयानबाजी करने वाले नेताओं के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होती है।