JNU Students Protest, JNU Violence: 5 जनवरी को दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुए बवाल के बाद दिल्ली पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठे हैं। अब आदमी पार्टी के पूर्व नेता आशुतोष ने भी दिल्ली पुलिस पर निशाना साधा है। आशुतोष ने अपने आधिकारी ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘जेएनयू हिंसा: आशुतोष लिखते है _ दिल्ली पुलिस की आत्मा मर चुकी है ! ‘…आशुतोष के इस ट्वीट को पढ़ने के बाद कई लोगों ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
रिद्धि नाम की एक यूजर ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि ‘और तेरी आत्मा पिशाच बनकर भटक रही है’…मुकेश पासवान नाम के एक यूजर ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि ‘तुम्हारे में तो कोई आत्म ही नहीं रह गया।’ एक यूजर ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि ‘आशुतोष की कलम भी मर चुकी है। चाहें तो लिखकर देख लें।’ कुछ अन्य लोगों ने भी अपने ट्वीट के जरिए आशुतोष को ट्रोल करने की कोशिश की है।
जेएनयू हिंसा: आशुतोष लिखते है _ दिल्ली पुलिस की आत्मा मर चुकी है ! @DelhiPolice @AmitShah @kanhaiyakumar @aishe_ghosh @rahulkanwal @anjanaomkashyap @sardesairajdeep @sardanarohit #JNUTapes #JNUKaSachUnmasked #JNUBleeds #JNUConfessionTapes #DelhiPolice https://t.co/BXfo8Sy9nd
— ashutosh (@ashutosh83B) January 12, 2020

आपको बता दें कि 5 जनवरी को जेएनयू में कुछ नकाबपोशों ने जमकर बवाल मचाया था। लाठी-डंडों और रॉड से लैस इन नकाबपोशों ने विश्वविद्यालय के हॉस्टल में घुसकर छात्र-छात्राओं की जमकर पिटाई की थी। इस मारपीट में 30 से ज्यादा छात्र और विश्वविद्यालय के शिक्षक जख्मी हो गए थे। बाद में इस बवाल का जो वीडियो सामने आया था उसमें कई नकाबपोश हाथ में हथियार लिए नजर आए थे।
इस मारपीट के बाद कई घायल छात्रों ने आरोप लगाया था कि हिंसा से पहले पुलिस को नकाबपोशों के कैंपस में आने की सूचना दी गई थी। लेकिन पुलिस वहां काफी देर से पहुंची जिसकी वजह से हिंसा को रोका नहीं जा सका। जेएनयू प्रशासन ने कहा था कि कई बार फोन करने पर जब पुलिस नहीं पहुंची तब उन्हें लिखित रूप से आवेदन दिया गया और फिर पुलिस कैंपस में घुसी थी। घटना के इतने दिन बीत जाने के बाद भी किसी भी हमलावर की पहचान नहीं हो पाने और किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो पाने को लेकर भी पुलिस जेएनयू के छात्रों के निशाने पर है।

