जम्मू/इस्लामाबाद। जम्मू और पुंछ सेक्टरों में अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम का उल्लंघन करते हुए पाकिस्तान की ओर से की गई भीषण गोलाबारी में सोमवार को पांच ग्रामीण मारे गए और 34 घायल हो गए। भारत ने इसकी कड़े शब्दों में निंदा की है। एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि गोलीबारी रविवार रात से ही जारी है और भारत इसका माकूल जवाब दे रहा है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने सोमवार रात नौ बजे पुंछ जिले के मनकोटे सेक्टर में फिर से भारी मोर्टार गोलाबारी की। दोनों ओर से गोलाबारी जारी है।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू जिले के अरनिया बेल्ट में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 10 सीमा चौकियों और रिहायशी इलाकों को निशाना बनाकर रविवार रात 10 बजे से बिना उकसावे के भारी गोलीबारी की और मोर्टार दागे जो सोमवार सुबह तक चला। उन्होंने बताया कि बीएसएफ के जवानों ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि पाक ने पुंछ जिले के केरनी इलाके में नियंत्रण रेखा पर फिर संघर्षविराम का उल्लंघन किया। इस बीच सेना ने कहा है कि भारत में बेगुनाह नागरिकों पर पाकिस्तानी हमला अत्यंत निंदनीय और शर्मनाक है।
उधर, पाकिस्तान का दावा है कि भारतीय गोलीबारी में उसके नागरिक मारे गए हैं। पाक ने सोमवार को इस मुद्दे पर भारत से ‘कड़ा’ विरोध जताया। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उसने कूटनयिक चैनलों के मार्फत भारत से कड़ा विरोध जताया है। पाक ने कहा कि भारत संघर्षविराम का लगातार उल्लंघन करने वाले अपने सैनिकों को रोके। उसने कहा कि भारतीय सैनिकों की ओर से की गई गोलीबारी में उसके चार नागरिक मारे गए हैं और तीन अन्य घायल हो गए हैं। मृतकों में दो बच्चे और एक महिला शामिल है।
जम्मू के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उत्तम चंद ने बताया कि गोलाबारी में पांच ग्रामीणों की मौत हो गई और कई सुदूर गांवों में 34 लोग घायल हो गए। जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सोमवार को श्रीनगर में ईद की नमाज पढ़ने के बाद गोलाबारी से पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए जम्मू होते हुए सीमाई क्षेत्र अर्निया पहुंचे। वहां उन्होंने मृतकों के परिजनों के परिजनों को सांत्वना दी और मुआवजा व परिजनों को नौकरी देने व पूरी मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हालात की जानकारी देंगे।
गोलाबारी से प्रभावित इलाकों का दौरा करने वाले संवाददाता ने खून से सने बिस्तर, टूटी हुई छतें और गोलियों से क्षतिग्रस्त खिड़कियों के साथ जमीन पर बिखरे पड़े मोर्टार बमों के छर्रे देखे। हमलों की आशंका से कुछ लोगों के प्रभावित इलाकों से पलायन की भी खबरें हैं।
एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने पुंछ जिले में सोमवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे नियंत्रण रेखा पर भीमबेर गली (बीजी) बेल्ट में भी अग्रिम चौकियों पर गोलीबारी की और मोर्टार दागे। पाकिस्तानी सैनिकों ने सीमाई गांवों और चौकियों को निशाना बनाने के लिए छोटे, स्वचालित और मोर्टार बमों का इस्तेमाल किया।
गोलीबारी में घायल हुए 29 लोगों को जम्मू के जीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तीन अन्य को मृत घोषित किया गया। यह जानकारी अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रीतेश शाह ने दी। 70 वर्ष की बीरा देवी ने कहा कि हम हमेशा से मुसीबत में फंसे रहे हैं। पाकिस्तान की ओर से हमेशा इलाके में नागरिकों पर हमले किए जाते हैं और हम सबसे बुरी तरह प्रभावित होते हैं।
घायलों को अस्पताल पहुंचाने वाले दल का नेतृत्व कर रहे अधिकारी देवेंद्र सिंह ने कहा कि गोलाबारी में बड़ी संख्या में घर तबाह हो गए और मवेशी जल गए। सिंह ने कहा कि सीमा पर खतरे वाले क्षेत्रों में रह रहे लोगों को वहां से निकाला जाएगा। बीएसएफ के प्रवक्ता ने बताया कि बल का कोई कर्मी हताहत नहीं हुआ है।
पिछले चार दिन में जम्मू कश्मीर में भारत-पाक सीमा पर एक दर्जन बार संघर्षविराम का उल्लंघन हो चुका है। जम्मू में अस्पताल भेजे गए घायलों के परिजनों के चेहरों पर भय साफ देखा जा सकता है। पिंडी गांव के करण सिंह ने कहा कि मोर्टार बमों के हमलों और उनके फटने की आवाज से हमें लग रहा था कि हम किसी भी समय मारे जा सकते हैं। यहीं की निवासी रानो देवी ने कहा कि पाकिस्तान हमें बार-बार निशाना बनाता रहता है। सरकार को तुरंत कुछ न कुछ करना चाहिए। हम मरने के लिए सीमा पर नहीं रह सकते।
जीएमसीएच अस्पताल में इलाज करा रहीं 42 साल की सुदेश कुमारी ने कहा कि यह डरावनी रात थी। रविवार रात हमारे साथ जो कुछ हुआ, हम उसे भूल नहीं पाएंगे। हम गहरी नींद में थे, तभी जोरदार धमाके की आवाज से हमारी नींद खुल गई। हमने देखा कि हमारे शरीर से खून निकल रहा था। जीएमसीएच के सीएमओ डॉ रीतेश ने बताया कि तड़के करीब तीन बजे 32 घायल नागरिकों को हमारे अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से तीन को मृत घोषित किया गया। 29 लोग घायल थे जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है। गंभीर रूप से घायल दो लोगों का ऑपरेशन किया गया।