jammu and kashmir, J&K police, K Congress harbouring militants: J&K पुलिस ने किश्तवाड़ जिले में खतरनाक आतंकियों को पनाह देने के आरोप में कई लोगों पर केस दर्ज किया है। इनमें वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व मंत्री जीएम सरूरी के भाई भी शामिल हैं। पुलिस ने मोहम्मद शफी सरूरी के अलावा मसूद मट्टू, मोहम्मद मुजफ्फर शाह, गुलाम मोहम्मद कमल, तौसीफ गुंडना और सैयद अहमद पर ये केस दर्ज किए हैं। मसूद मट्टू को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि गुंडना पहले से जम्मू जेल में बंद हैं।
बता दें कि शफी सीनियर कांग्रेस नेता जीएम सरूरी के छोटे भाई हैं। इन सभी पर आतंकियों को संसाधन और पनाह देने का आरोप है। एक सीनियर पुलिस अधिकारी के मुताबिक, जिन आतंकियों को मदद देने का आरोप लगाया गया है, उनमें हिजबुल आतंकवादी जहांगीर सरूरी और ओसामा भी शामिल हैं।
पुलिस के मुताबिक, जहांगीर सरूरी ने ओसामा और कुछ दूसरे आतंकियों के साथ मिलकर चिनाब घाटी इलाके में आतंकवाद को दोबारा से कायम करने की साजिश रची। इस इलाके को 2013 में आतंकवाद रहित घोषित कर दिया गया था। शनिवार को रामबन जिले में सुरक्षाबलों के ऑपरेशन में मारे गए तीन आतंकियों में ओसामा भी शामिल था।
सभी मारे गए आतंकी सीनियर बीजेपी लीडर अनिल परिहार और आरएसएस पदाधिकारी चंद्रकांत शर्मा की हत्या के लिए जिम्मेदार बताए जाते हैं। शफी सरूरी के बेटे वसीम सरूरी ने दावा किया कि जिस घर में आतंकी ठहरे हुए थे, उसे उन्होंने ही किराए पर दिया था और इसे बात की ओर उन्होंने ही पुलिस को बताया था। एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले में जांच चल रही है।