लंबे समय से एक दूसरे को डेट कर रहे शीर्ष भारतीय तीरंदाज दीपिका और अतुन मंगलवार को एकदूसरे के हो गए। रांची के मोराबादी में मंगलवार रात 11:30 बजे दोनों सात फेरे लेंगे। इस दौरान झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी इस जोड़े को आशीर्वाद देने पहुंचे।दोनों ने साल 2018 में सगाई की थी। 2019 में ही दोनों परिणय सूत्र में बंधने वाले थे लेकिन किसी कारणवश तब दोनों की शादी नहीं हो पाई थी। कोरोना काल में अभ्यास बंद होने के चलते दोनों ने शादी करने का फैसला किया।
शादी के दौरान सरकार की तरफ से जारी दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन किया गया। मास्क, सैनेटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा गया। मेहमानों को शादी में शामिल होने के लिए दो अलग-अलग समय दिए गए थे। पहले 50 लोग शाम पांच बजे के बाद शामिल हुए उसके बाद दूसरे बैच में बाकी के मेहमान आएं।
शादी में दीपिका के पिता के बदले केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा कन्यादान करने वाले थे, लेकिन वे दिल्ली से रांची नहीं पहुंच सके। उन्होंने दिल्ली से ही वर वधू के लिए मंगलकामनाएं भेजीं।
दीपिका ने रचाई अतनु के नाम की मेंहदी: शादी से पहले सोमवार को दीपिका ने अतनु के नाम की मेंहदी रचाई। इस दौरान वह काफी उत्साहित और खुश नजर आईं। दीपिका ने कहा कि मेंहदी की रस्म में काफी लोग शामिल होते हैं लेकिन लॉकडाउन के चलते ज्यादा लोग शामिल नहीं हो पाए।
किसी कारणवश क्रिकेटर व पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी शादी में शामिल नहीं हो पाए। हालांकि सीएम हेमंत सोरेन, डीजीपी एमपी राव समेत कई नेता और मंत्री शादी में शामिल हुए।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास भी अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज और झारखंड की बेटी दीपिका कुमारी को सुखद वैवाहिक जीवन के लिए शुभकामनाएं देने पहुंचे।दीपिका की मां का कहना है कि वह अपनी बेटी की शादी काफी धूमधाम से करना चाहती थी लेकिन लॉकडाउन के कारण सीमित लोगों को ही बुलाया जा सका।