जम्मू कश्मीर की सीमा में एक बार पाकिस्तान के संदिग्ध ड्रोन देखे गए। रात के अंधेरे में यह ड्रोन जासूसी करने के इरादे से भीरतीय सीमा के भीतर दाखिल होने की कोशिश करते देखे गए। सुरक्षा बलों द्वारा गोलियां चलाए जाने के बाद वहां से भाग निकलने में कामयाब हो गए। सांबा के एसएसपी ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि गुरुवार रात सांबा जिले के तीन अलग-अलग इलाकों में संदिग्ध ड्रोन की एक्टिविटी को देखा गया, जब उन पर गोली चलाई गई तो वहां से भागने में कामयाब रहे।
वहीं बीएसएफ ने बताया कि सांबा सेक्टर के इंटरनेशल बॉर्डर के पास देर रात कुछ चमकती हुई लाइटें देखी गईं। जब उन लाइटों को लक्ष्य करके गोलियां चलाई गईं तो वह गायब हो गई। आशंका है कि वह पाकिस्तान द्वारा संचालित ड्रोन थे। बताया जा रहा है कि यह ड्रोन सांबा इलाके के घगवाल में संवेदनशील सुरक्षा प्रतिष्ठानों के आस पास मंडरा रहे थे। गोलियां चलने की आवाज सुनने के बाद यह वहां से गायब हो गए थे। इन ड्रोन को रात 8.30 से 9.30 बजे के करीब देखा गया था।
इससे पहले 23 जुलाई को भी सुरक्षाबलों ने एक ड्रोन को पकड़ लिया था जिसमें पांच किलो IED बंधा हुआ था। इस ड्रोन में चीन में ताइवान के उपकरणों का इस्तेमाल भी किया गया था। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि चीन के इशारे पर पाकिस्तान किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में है।
पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को देखते हुए भारत ने जम्मू हवाई अड्डे पर एंटी ड्रोन सिस्टम तैयार किया है। इस सिस्टम के तहत तय दायरे के भीतर ड्रोन दाखिल ही नहीं हो पाएगा, यदि वह ऐसा करता है तो इसकी जानकारी मॉनिटरिंग करने वाले इंजीनियर्स के पास पहुंच जाएगी।
सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि पाकिस्तान 15 अगस्त से पहले जम्मू के किसी इलाकों को निशाना बनाना चाहता है। शक है कि उसके निशाने पर भीड़ भाड़ भरा कोई इलाका या फिर धार्मिक स्थल भी हो सकता है। पिछली बार पाकिस्तान द्वारा बड़ी मात्रा में विस्फोटक भेजना साफ उसके नापाक मंसूबों को जाहिर कर रहा है।