राज्यसभा में गुरुवार को आईयूएमएल के एक सांसद ने रेल मंत्री पर जमकर निशाना साधा। केरल से आने वाले सांसद अब्दुल वहाब ने कहा कि उत्तर रेलवे का बजट, दक्षिणी रेलवे के बजट से अधिक है। सांसद ने कहा कि केरल के साथ भेदभाव हुआ है।
केरल से आईयूएमएल के राज्यसभा सांसद अब्दुल वहाब ने रेल बजट पर बहस के दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की तारीफ पर बिफर पड़े। उन्होंने कहा कि सदस्य किस आधार पर तारीफ कर रहे हैं पता नहीं, लेकिन उनके राज्य के साथ भेदभाव हो रहा है। उन्होंने रेल मंत्री के साथ-साथ अपने सहयोगियों पर भी जमकर कटाक्ष किया।
सांसद ने कहा- “आज हर कोई रेल मंत्री की प्रशंसा कर रहा है- यहां तक कि ब्रिटास भी (सीपीएम सदस्य जॉन ब्रिटास), हालांकि मुझे नहीं पता कि क्यों?” इसके बाद बजट पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में ही नहीं पूरे विश्व में दक्षिण के साथ भेदभाव हुआ है या किया जा रहा है। उन्होंने इस दौरान नॉर्थ अमेरिका और साउथ अमेरिका का भी उदाहरण दिया।
सांसद अब्दुल वहाब ने केरल के लिए एक अलग जोन की मांग करते हुए कहा कि हम बहुत सालों से इसकी मांग कर रहे हैं। लेकिन हमेशा इसे लेकर बहाना बनाया गया है। इसके लिए बस रेलमंत्री का एक सिग्नेचर काफी है।
इसके अलावा सांसद ने अपने राज्य और क्षेत्र में ट्रेनों की समस्या को बताते हुए कुछ गाड़ियों के स्टॉपेज और कुछ नई गाड़ियों की मांग भी की। उन्होंने कहा कि उनके यहां एक ट्रेन चलती है, जिसका नाम राजरानी है, लेकिन वो कैंसर ट्रेन के नाम से जाना जाता है। क्योंकि उस ट्रेन से कैंसर के मरीज काफी संख्या में जाते हैं, उन्हें त्रिवेंद्रम शहर से सात किलोमीटर पहले उतरना पड़ता है, जिनके साथ अन्याय हो रहा, सात किलोमीटर के लिए ई-रिक्शा वाले 300 – 500 रुपये लेते हैं। ये बहुत ज्यादा है।
सांसद अब्दुल वहाब ने आगे कहा कि कई बार इन सभी सुझावों को डीआरएम के जरिए भेजे गए हैं, लेकिन आजतक कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कुछ ट्रेनों के पुराने डिब्बों को भी बदलने की मांग की।