माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी का कहना है कि आज सभी सेकुलर दलों की प्राथमिकता देश और संविधान को बचाने के साथ लोगों के अधिकारों की रक्षा करना है। इसके लिए भाजपा को सत्ता से हटाना जरूरी है। उनका कहना है कि हमें भाजपा को अलग थलग करके हराना होगा। उसके लिए सभी धर्मनिरपेक्ष ताकतों को अपने मतभेद भुलाकर एक मजबूत मोर्चा बनाने की जरूरत है। तभी भाजपा का सफाया संभव है।
केरल के कन्नूर में माकपा की आज से शुरू हुई 23 वीं पार्टी कांग्रेस में येचुरी ने कहा कि इस बैठक में हम उन सभी विकल्पों पर चर्चा करेंगे जिससे बीजेपी के खिलाफ एक सशक्त मोर्चा तैयार किया जा सके। इस दिशा में कैसे आगे बढ़ना है इस पर पार्टी कांग्रेस मंथन करेगी। उन्होंने कहा कि माकपा संयुक्त मोर्चा बनाने की कोशिश करेगी ताकि भाजपा को सत्ता से बाहर रखा जा सके।
उन्होंने सभी लोकतांत्रिक ताकतों से अपने मतभेदों को अलग रखने और देश को बचाने के लिए आगे आने का आग्रह किया। माकपा की ये बैठक 10 अप्रैल तक चलेगी। इस दौरान अगले तीन सालों के लिए पार्टी की नीति बनेगी। सबसे अहम 2024 चुनाव के लिए एक रणनीति तैयार करना है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथ क्षेत्रीय दलों को अपना घर ठीक करना होगा। उन्हें देखना होगा कि भारत के लोकतांत्रिक व सेकुलर मूल्यों को बचाने की लड़ाई में वो कहां खड़े हैं। उनका कहना है कि हिंदू कम्यूनिलिज्म को केवल सुकुलर ताकतों को मजबूत करके हराया जा सकता है।
केरल सरकार की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि सूबे ने दिखाया है कि सेकुलरिज्म को कैसे मजबूत किया जा सकता है। माकपा सरकार सभी लोगों को बराबरी का हक देकर उनके कल्याण के लिए योजनाओं को लगातार क्रियान्वित कर रही है। यही वजह है कि मानवाधिकार के मामले में केरल सबसे बेहतर है।
ध्यान रहे कि युचेरी पहले भी बीजेपी सरकार की नीतियों पर हमलावर होते रहे हैं। युवाओं की दशा पर उनका कहना है कि भाजपा के शासन में देश ने अर्थव्यवस्था के सबसे खराब दौर को देखा है। बेरोजगारी इतिहास में सबसे ज्यादा है। 50 प्रतिशत से अधिक युवाओं ने नौकरी की तलाश बंद कर दी है, क्योंकि उन्हें ऐसा करने का मतलब नहीं दिखता। भारत की स्थिति तेजी से गिर रही है।