अंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटर वर्तिका सिंह ने अपने खून से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को खत लिखा है। खून से लिखे खत में वर्तिका सिंह ने दिल्ली गैंगरेप के दोषियों को फांसी देने की मांग की है। इस मामले के चारों दोषियों को पहले ही मौत की सजा सुनाई जा चुकी है और यह सभी अभी दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद हैं। बता दें कि 16 दिसंबर, 2012 को देश की राजधानी दिल्ली में हुए इस वीभत्स गैंगरेप के बाद से ही इस मामले के दोषियों को मिलने वाली सजा पर पूरी देश की निगाहें टिकी हुई हैं।
वर्तिका सिंह ने अमित शाह को अपने खून से खत लिखकर कहा है कि ‘इस गैंगरेप के दोषियों को मेरे द्वारा फांसी दिया जाना चाहिए…इससे पूरे देश में यह मैसेज जाएगा कि एक महिला भी किसी को सजा दे सकती है।’ इस पत्र को लिखने वाली वर्तिका सिंह ने बाद में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि ‘मैं चाहती हूं कि अभिनेत्रियां और महिला सांसद मुझे सपोर्ट करें…मुझे आशा है कि इससे समाज में बदलाव आएगा।’
वर्तिका सिंह उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के रायचंद्रपुर गांव की रहने वाली हैं। साल 2013-14 तक दिल्ली स्थित इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर वीमेन की छात्रसंघ अध्यक्ष रह चुकी हैं। 2012 में वर्तिका ने जर्मनी और 2013 में सिंगापुर में आयोजित शूटिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। वो राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर होने वाली शूटिंग प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल कर चुकी हैं।
आपको बता दें कि साल 2012 के इस गैंगरेप केस के दोषियों को अब फांसी दिये जाने की उम्मीदें बढ़ रही हैं। बिहार के बक्सर जिले में स्थित जेल को 10 फंदे बनाने के लिए कहा गया है। बक्सर जेल के सुप्रिटेन्डेंट विजय कुमार अरोरा ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया था कि ‘हमें 10 रस्सियां तैयार रखने का निर्देश मिला हैं…लेकिन हमें यह नहीं पता है कि इनका इस्तेमाल कहां होना है?’ आपको बता दें कि बक्सर में फांसी देने वाले फंदे लंबे अरसे से बनते आए हैं। फंदे बनाने का काम यहां कैदी करते हैं। धनजंय चटर्जी को फांसी देने के लिए बक्सर जेल में बने फंदे का ही इस्तेमाल किया गया था।
धनंजय चटर्जी के अलावा अफजल गुरू, याकूब मेमन और अजमल कसाब को भी फांसी देने के लिए बक्सर जेल में बनी रस्सी के फंदे का ही इस्तेमाल किया गया था। बहरहाल आपको बता दें कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि दिल्ली गैंगरेप के दोषियों को फांसी देने के लिए उत्तर प्रदेश के मेरठ से जल्लाद को बुलाया जाएगा।
