जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी संगठन के प्रमुख मसूद अजहर की पाकिस्तान में मौत के बारे में सोशल मीडिया पर चल रही खबरों के बाद खुफिया एजेंसियां अलर्ट हो गई है। खुफिया एजेंसियां खबर की सच्चाई को पता लगाने की कोशिश कर रही हैं। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने कहा कि उन्हें इसके अलावा कोई जानकारी नहीं है कि अजहर का सेना के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसके गुर्दे खराब हो चुके हैं। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बहावलपुर के रहने वाले अजहर ने 2000 में जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन बनाया था। वर्ष 1999 में तत्कालीन राजग सरकार ने इंडियन एयरलाइन्स के अपहृत विमान आईसी-814 को छुड़ाने के बदलने अजहर को छोड़ दिया था।
50 साल के अजहर पर 2001 के संसद हमले की साजिश रचने का, जम्मू कश्मीर विधानसभा पर आत्मघाती हमले और पठानकोट वायु सेना केंद्र तथा पुलवामा आतंकी हमले की साजिश रचने के भी आरोप हैं। अधिकारियों के अनुसार सोशल मीडिया पर आज व्यापक रूप से इस तरह की खबरें चल रही हैं कि अजहर की मौत हो चुकी है, लेकिन अभी तक इस बारे में कोई पुष्टि नहीं हुई है।
पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने के बाद वायु सेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश के आतंकी शिविरों को निशाना बनाया था। सरकार ने आतंकी शिविरों को तबाह करने का दावा करते हुए बड़ी सफलता मिलने की बात कही थी। उधर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सीएनएन को दिये इंटरव्यू में कहा था कि जैश प्रमुख अजहर पाकिस्तान में है और उसकी सेहत बहुत खराब है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि अगर भारत ठोस सबूत पेश करे तो पाक सरकार उसके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। कुरैशी ने कहा था, ‘‘वह मेरी जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान में है। वह इतना बीमार है कि अपने घर से नहीं निकल सकता।’’
गौरतलब हो कि बीते 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ टुकड़ी पर हुए आत्मघाती हमला किया गया था। इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान को सबूत सौंपते हुए जैश-ए-मोहम्मद के सरगना आतंकी मसूद अजहर पर कार्रवाई करने को कहा। पाकिस्तान द्वारा जैश के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई न होते देख 26 फरवरी को तड़के भारतीय वायु सेना ने एरियल स्ट्राइक कर पाकिस्तान के बालाकोट में स्थित जैश के आतंकी ट्रेनिंग कैम्प पर हमला बोल दिया। इस हमले में जैश के कई ठिकाने और ट्रेनिंग कैम्प नेस्तनाबूद हो गए। इसमें सैंकड़ों आतंकियों के मरने की बात कही गई थी। (भाषा इनपुट के साथ)