मोदी ने हिम्मत दिखाई, चीन के हाथ मरोड़े तो टेंट और टैंक वापस चले गए- सोशल मीडिया पर लोग ऐसे दिखा रहे उत्साह
भारतीय सेना की तारीफ करते हुए लिखा कि हमारे 20 जवानों के बलिदान ने चीन को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया है। एक यूजर ने लिखा कि "इतिहास के पटल पर मोदी सरकार का राष्ट्रवादी युग स्वर्णिम काल के रूप में लिखा जाएगा।"

एलएसी पर भारत चीन के बीच जारी तनाव में कुछ कमी आयी है। दोनों देशों की सेनाएं 1-2 किलोमीटर पीछे भी हटी हैं। इसे सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स मोदी सरकार की सफलता बता रहे हैं। मशहूर पत्रकार रजत शर्मा ने भी एक ट्वीट कर सीमा विवाद के मुद्दे पर मोदी सरकार की नीति की तारीफ की है। रजत शर्मा ने ट्वीट में लिखा कि “पिछले साठ साल में चीन ने हमारी जमीन पर कई बार कब्जा किया, आंखें दिखाईं। हमने कभी करारा जवाब नहीं दिया। इस बार मोदी ने हिम्मत दिखाई, चीन के हाथ मरोड़े तो टेंट और टैंक वापस चले गए।”
वहीं एक यूजर ने लिखा कि ‘चीनी को हम पानी में घोल घोल पी जाएंगे।’ एक अन्य यूजर ने लिखा कि ‘गलवान घाटी पॉइंट 14 से पीएलए 2 किलोमीटर पीछे हटी और चीन ने अपना अस्थाई विवादित ढांचा भी गिराया और चीनी सेना अपने मूल जगह पर लौट गई..इसी को कहते हैं नया भारत’। एक यूजर ने लिखा कि “भारत की बढ़ती हुई शक्ति देखकर चीन जैसे देश जलते रहते हैं, इसलिए सीमा का अतिक्रमण करके भारत को नीचा दिखाना चाहते थे पर वो भूल गए ये नेहरू का नहीं मोदी का भारत है जो छेड़ने वालों को छोड़ता नहीं है शायद अब तक जिनपिंग को अपनी औकात समझ में आ गई होगी।”
इसी तरह एक अन्य यूजर ने भी भारतीय सेना की तारीफ करते हुए लिखा कि हमारे 20 जवानों के बलिदान ने चीन को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया है। एक यूजर ने लिखा कि “इतिहास के पटल पर मोदी सरकार का राष्ट्रवादी युग स्वर्णिम काल के रूप में लिखा जाएगा।”
बता दें कि रविवार को भारतीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात हुई थी। जिसमें दोनों देश एलएसी से पीछे हटने के लिए तैयार हुए थे। सोमवार को चीनी सेना एलएसी से 1-2 किलोमीटर पीछे चली गई है। आगे भी बातचीत की प्रक्रिया जारी रहेगी।