लाल किले से PM नरेंद्र मोदी की तीसरी सबसे लंबी स्पीच, 86 मिनट में PAK-चीन को भी लपेटा, सबसे ज्यादा ‘आत्मनिर्भर भारत’ पर बोले
Independence Day 2020: उन्होंने भाषण के दौरान देशवासियों से आत्मनिर्भर भारत और लोकल के लिए वोकल का संकल्प लेने की अपील की। कहा कि आत्म निर्भर भारत मानवता और विश्वकल्याण के लिए भी आवश्यक है।

Independence Day 2020 पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया। लाल किले की प्राचीर से यह उनकी तीसरी सबसे लंबी स्पीच थी, जबकि सबसे लंबा भाषण साल 2016 का था। वह उस दौरान 94 मिनट तक बोले थे।
बहरहाल, यह पीएम के तौर पर उनका सातवां भाषण था। मोदी इसमें 86 मिनट तक बोले। उन्होंने इस दौरान पाकिस्तान से लेकर चीन तक को लपेटा और LOC से लेकर LAC तक करारा जवाब देने की बात कही।
हालांकि, शनिवार को पीएम सबसे अधिक ‘आत्मनिर्भर भारत’ पर बोले। उन्होंने भाषण के दौरान देशवासियों से आत्मनिर्भर भारत और लोकल के लिए वोकल का संकल्प लेने की अपील की। कहा कि आत्म निर्भर भारत मानवता और विश्वकल्याण के लिए भी आवश्यक है।
पीएम ने स्पीच का आगाज COVID-19 संकट के दौर में कोरोना वॉरियर्स और शहीद वीर जवानों को सलामी देते हुए किया। उन्होंने आगे Corornavirus Vaccine से लेकर देश के इंफ्रास्ट्रक्चर तक का जिक्र छेड़ा।
‘आत्मनिर्भर भारत शब्द नहीं, बल्कि मंत्र’: 74वें स्वतंत्रता दिवस पर मोदी ने कहा- ‘एक भारत सर्वेश्रेष्ठ भारत’ बनाने के लिये प्रत्येक देशवासी को कुछ न कुछ योगदान करना होगा। आत्मनिर्भर भारत केवल एक शब्द नहीं है बल्कि 130 करोड़ देशवासियों के लिये एक मंत्र बन गया है।
जो ठानता है भारत, वह पूरा कर छोड़ता है- PM: उनके मुताबिक, यह आत्मविश्वास से भरा भारत है। हिन्दुस्तान की सोच और आत्मविश्वास पर पूरा भरोसा है। भारत को अपने आप को योग्य बनाना आवश्यक है। यह आत्म विश्वास से भरा भारत है। भारत एक बार किसी काम को करने की ठान लेता है तो उसको पूरा करके ही छोड़ता है।
‘आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी कदम बढ़ायेंगे’: मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत को लेकर अनेक आशंकायें व्यक्त की जाती हैं, कई चुनौतियां प्रकट की जाती हैं लेकिन देश में कई लोग इसका समाधान देने वाले भी हैं। जिस प्रकार कोरोना महामारी का मुकाबला करने के लिये सब आगे आये हैं उसी प्रकार आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी कदम बढ़ायेंगे।
2019 में FDI में 18% का इजाफाः उन्होंने कहा कि ‘वोकल फार लोक’ को आजादी के 75वें साल का मंत्र बनाना होगा। देश में एक के बाद एक सुधारों को आगे बढ़ाया जा रहा है। यही वजह है कि पिछले प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के क्षेत्र में पिछले सारे रिकार्ड पीछे छूट गये हैं। बीते साल में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
PM के तौर पर मोदी ने बनाया यह रिकॉर्डः मोदी ने इस बार 15 अगस्त पर ध्वजारोहण के साथ एक रिकॉर्ड भी बनाया। लाल किले की प्राचारी से उन्होंने सातवीं बार तिरंगा फहराया। वह ऐसा सबसे अधिक बार करने वाले चौथे पीएम बन गए, जबकि सबसे ज्यादा बार वहां से पंडित जवाहर लाल नेहरू ने तिरंगा फहराया था। देश के पहले पीएम ने 17 बार लाल किले से ध्वजारोहण किया था।
लाल किले से सबसे अधिक बार तिरंगा फहराने वाले प्रधानमंत्रियों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर इंदिरा गांधी का नाम आता है। उनके नाम 16 बार ऐसा करने का रिकॉर्ड है, जबकि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह इस मामले में तीसरे नंबर पर आते हैं और वह 10 बार तिरंगा लाल किले से फहरा चुके हैं।
इस बार भी PM ने पहना साफा: 15 अगस्त समारोह में हर साल रंग-बिरंगे और चटकीले साफे में नजर आने वाले पीएम मोदी ने इस बार भी केसरिया और क्रीम रंग का साफा पहना। उन्होंने इसके साथ आधी बाजू का कुर्ता और चूड़ीदार पायजामा पहना था। केसरिया किनारी वाला सफेद गमछा भी डाल रखा था, जिसका वह कोविड-19 के मद्देनजर अपना मुंह और नाक ढकने के लिए इस्तेमाल करते हैं।
बता दें कि शानदार बहुमत के साथ दूसरी बार सत्ता में आने के बाद मोदी ने पिछले साल लाल किले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस पर अपना छठा भाषण देते समय भी रंग-बिरंगा साफा पहना था। वहीं, 2014 में स्वतंत्रता दिवस पर अपने पहले भाषण में उन्होंने गहरे लाल और हरे रंग का जोधपुरी बंधेज साफा पहना था। (भाषा इनपुट्स के साथ)