बताते चलें कि नरसिंहानंद सरस्वती और वसीम रिजवी को लेकर जारी पोस्टर को सोशल मीडिया में काफी शेयर किया जा रहा है। गौरतलब है कि इससे पहले मध्य प्रदेश की बालाघाट में भी उनके खिलाफ पोस्टर लगाए गए थे। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया था। महंत के पोस्टर लगाए जाने पर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की तरफ से शिकायत की गयी थी। सभी गिरफ्तार आरोपियों के विरुद्ध धारा 153-ए, 295-ए और 34 के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है।

इससे पहले बरेली के इस्लामिया ग्राउंड में जुमे की नमाज के बाद बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे और सभी ने यति नरसिंहानंद के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी।
वसीम रिजवी से भी हैं लोग नाराज: उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी की तरफ से याचिका दायर की गयी थी कि कुरान की 26 आयते आतंक को बढ़ावा देती है, उन्हें हटा दिया जाना चाहिए। जिससे कि आतंकी गतिविधियों में मुस्लिम समुदाय का नाम न जुड़ सके।
हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने कुरान की आयतों के खिलाफ याचिका को खारिज कर दिया है। इसके साथ ही अदालत ने उनके ऊपर पचास हजार रुपये जुर्माना भी लगाया है।याचिका के बाद से वसीम रिजवी का कई मुस्लिम संगठनों ने विरोध किया है। खुद रिजवी के परिवार के लोगों ने भी उनका विरोध किया है। रिजवी की मां और भाई ने उनसे अपना नाता तोड़ लिया है।