IMD Weather Forecast: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के पूर्वानुमान के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कुछ हिस्सों में शनिवार (1 अप्रैल, 2023) को गरज के साथ बारिश की होने की संभावना जताई है। एक और पश्चिमी विक्षोभ के 2 अप्रैल से उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित करने की संभावना है, 3 अप्रैल को बहुत हल्की बारिश या बूंदा बांदी होने की संभावना है। वहीं अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है।
पिछले कुछ दिनों में हुई बारिश से दिल्ली समेत देशभर के कई राज्यों के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं शुक्रवार को दिल्ली के कुछ इलाकों में झमाझम बारिश हुई तो कहीं हल्की से मध्यम से बारिश दर्ज की गई। साथ ही अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 28.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि न्यूनतम तापमान 16.8 डिग्री सेल्सियस रहा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, पिछले नौ घंटे (5:30 PM तक) में राजधानी में 0.1 मिमी बारिश दर्ज की गई। जबकि आर्द्रता 100 प्रतिशत से 56 प्रतिशत के बीच रही। मौसम विभाग ने शनिवार को एक या दो स्थानों पर बहुत हल्की बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान लगाया है।
आईएमडी ने कहा, “अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 30 और 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।” राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन तेज हवा के साथ आंधी चली थी। जबकि दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला ने गुरुवार को सुबह 8.30 बजे से 8.30 बजे के बीच 5.8 मिमी बारिश दर्ज की, पालम वेधशाला ने लोधी रोड, रिज और आयानगर में क्रमश: 7.6 मिमी, 4.5 मिमी बारिश दर्ज की थी।
पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में बारिश
पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में शुक्रवार को बारिश होने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, पंजाब में अमृतसर, पटियाला, लुधियाना, फतेहगढ़ साहिब, फरीदकोट, रूपनगर, मोहाली सहित कई इलाकों में बारिश हुई, जबकि हरियाणा के अंबाला, हिसार, पंचकूला, करनाल, नारनौल में बारिश दर्ज की गई। दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में भी भारी वर्षा हुई। बारिश का ताजा दौर ऐसे समय में शुरू हुआ है, जब गेहूं की फसल कटाई के लिए लगभग तैयार है। किसानों को डर है कि बारिश का फसल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। संबंधित राज्य सरकारें पहले ही फसल नुकसान के आकलन के लिए विशेष गिरदावरी का आदेश दे चुकी हैं।
लाहौल और स्पीति में हल्का हिमपात, 11 मार्गों पर यातायात ठप
हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति जिले में हल्का हिमपात हुआ, जबकि राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गयी जिसके कारण 11 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। एक दिन पहले यहां मौसम कार्यालय ने शुक्रवार को कुछ इलाकों में भारी हिमपात, बिजली कड़कने, गरज के साथ छीटें पड़ने तथा ओलावृष्टि के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया था। उसने फसलों को नुकसान पहुंचने को लेकर भी आगाह किया था। शुक्रवार को मौसम कार्यालय ने एक अप्रैल तथा तीन-चार अप्रैल को गरज के साथ छीटें पड़ने तथा बिजली कड़कने के लिए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया। उसने अगले कुछ दिन में किन्नौर, लाहौल और स्पीति, चंबा, कांगड़ा तथा शिमला जिलों के ऊपरी हिस्सों में हल्की बारिश तथा हिमपात और बाकी के जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान जताया है।
बृहस्पतिवार रात से राजगढ़ में राज्य में सबसे अधिक 26 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसके बाद सानगढ़ में 22 मिमी, झांदुत्ता में 20 मिमी, चौरी और रेणुका में 16 मिमी, नूरपुर में 15 मिमी, चोपाल में 12.5 मिमी और हमीरपुर, नैना देवी और धरमपुर में प्रत्येक में 11-11 मिमी बारिश दर्ज की गई। खीरी, धर्मशाला, शिमला, पौंटा साहिब और धौलाकुआं में प्रत्येक में 10 मिमी बारिश दर्ज की गई। जबकि सोलन में 8.5 मिमी, ऊना और डलहौजी में 8 मिमी बारिश दर्ज की गई। दो राष्ट्रीय राजमर्गों (ग्राम्फू-लोसर एनएच-505 और दारचा-सरचू एनएच-3) समेत कुल 11 मार्गों को वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। राज्य में 198 ट्रांसफॉर्मर भी खराब हो गये हैं। राज्य में एक से 30 मार्च के बीच 40 फीसदी कम वर्षा हुई।