पश्चिम बंगाल में टीएमसी से निष्कासित नेता हुमायूं कबीर ने बाबरी मस्जिद की नींव रखी है। इस मौके पर दो लाख से ज्यादा लोग इकट्ठा हुए। इसके बाद भाजपा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा। तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगा दिया। अब इस वार-प्रत्यारोप के बीच एक और बयान चर्चा का विषय बन गया है।
संजय निरुपम की ममता को चेतावनी
शिवसेना नेता संजय निरुपम ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए चेतावनी जारी की। उनकी ओर से जोर देकर कहा गया कि इस तरह के कदम चुनावी माहौल को और संवेदनशील बना सकते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर संजय निरुपम ने अपनी प्रतिक्रिया साझा की। वे लिखते हैं कि पश्चिम बंगाल में जो लोग बाबरी मस्जिद बना रहे हैं, वे आग से खेल रहे हैं। भगवान राम और आक्रमणकारी बाबर को एक तराज़ू पर नहीं तौला जा सकता। पूरे देश में हिंदू भावनाओं का उद्रेक हो सकता है।
संजय निरुपम आगे कहते हैं कि जब हिंदू भावनाएं भड़केंगी तो कहीं नब्बे के दशक का इतिहास रिपीट ना हो जाए। ममता बैनर्जी समय रहते इस आग को बुझाएं, वरना उनकी पार्टी भी इसके लपेटे में आ जाएगी।
बंगाल में गीता का पाठ
जानकारी के लिए बता दें कि पश्चिम बंगाल में गीता का एक भव्य पाठ आयोजित होने वाला है। कोलकाता के ब्रिगेड ग्राउंड में पांच लाख से ज्यादा लोग जुटने की संभावना है। बाबा रामदेव से लेकर बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री तक कई प्रमुख हस्तियां इसमें शिरकत करेंगी। कार्यक्रम इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि एक दिन पहले ही बंगाल की धरती पर बाबरी मस्जिद की नींव रखी गई है। ऐसे में चुनावी मौसम में गीता पाठ का यह आयोजन भी राजनीतिक तापमान बढ़ा सकता है।
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