
Hyderabad Encounter LIVE News Updates: हैदराबाद एनकाउंटर पर पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी, कहा- फायरिंग कर भागने लगे थे आरोपी
Hyderabad vet rape-murder case LIVE News, Hyderabad Encounter Today Live News Updates: घटना को अंजाम देने वाले चारों आरोपियों के एनकाउंटर के घटनाक्रम पर हैदराबाद पुलिस ने जानकारी साझा की है। पुलिस ने बताया है कि आरोपियों ने फायरिंग की जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में उन्हें ढेर किया गया।

Hyderabad Case Encounter Today Live News Updates: हैदराबाद में पशु-चिकित्सक से सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए चार आरोपी शुक्रवार सुबह पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए। घटना को अंजाम देने वाले चारों आरोपियों के एनकाउंटर के घटनाक्रम पर हैदराबाद पुलिस ने जानकारी साझा की। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने फायरिंग की जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में उन्हें ढेर किया गया। इस दौरान 10 पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद थे। पुलिसवालों को गोली नहीं लगी है उन्हें सिर पर गंभीर चोटें आई हैं। इसमें दो पुलिसवाले घायल हुए हैं। चारों आरोपियों को सबूतों के आधार पर पकड़ा गया था।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने पत्थर और डंडों से पहले हमला किया। उन्होंने पुलिस से बंदूक छीन ली और फायरिंग कर भागने लगे थे। इसके बाद पुलिस बल ने जवाबी फायरिंग की जो 5-10 मिनट तक चली। पुलिस के मुताबिक शवों को परिवारों को सौंपा जाएगा। इसके साथ ही पुलिस ने बताया कि पीड़ित का पावर बैंक, घड़ी और मोबाइल झाड़ियों से बरामद किया गया है।
जानकारी के मुताबिक आरोपी शुक्रवार अल सुबह तब मारे गए, जब पुलिस द्वारा उन्होंने जांच के हिस्से के रूप में क्राइम सीन रिक्रिएट करने के लिए मौके पर ले जाया गया था। वहीं पीड़िता के साथ हुई दर्दनाक घटना के बाद देशभर में गुस्से की लहर देखने को मिली थी और अपराधियों को तत्काल मौत की सजा देने की मांग की गई थी।
इस बीच मुंबई के कुछ वकीलों ने कथित एनकाउंटर पर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया, नेशनल ह्यूमन राइट्स कमिशन, तेलंगाना हाई कोर्ट और डीजीपी को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में मांग की गई है कि एनकाउंटर के नाम पर कस्टडी में रखे गए रेप के चार आरोपियों को मारने पर एफआईआर दर्ज हो। वकील गुणरत्न सदावर्ते ने यह जानकारी दी।
जहां पति को मारा, वहीं मुझे भी मार दो: एनकाउंटर पर एक मृत आरोपी की पत्नी ने कहा है कि पुलिस उनका भी एनकाउंटर कर दे। आरोपी की गर्भवती पत्नी ने कहा ‘मुझे भी उसी जगह पर ले जाया जाए और गोलियां चलवा दी जाए। हमने एक साल पहले शादी की थी लेकिन अब मैं उनके बिना नहीं रह सकती। उनके साथ जो हुआ ‘सही’ नहीं है। मेरे पति की मौत के बाद अब कुछ बचा नहीं हैं। आप उन्हें डॉग फूड खिला सकते थे लेकिन आपने उन्हें मार दिया।’
Highlights
पुलिस ने बताया है कि चारों आरोपियों ने पत्थर और डंडों से पहले हमला किया। फायरिंग कर भागने लगे थे आरोपी। शवों को परिवारों को सौंपेंगे। 5-10 मिनट तक मुठभेड़ चली। पीड़ित का पावर बैंक, घड़ी और मोबाइल झाड़ियों से बरामद किया गया।
एनकाउंटर पर एक मृत आरोपी की पत्नी ने कहा है कि पुलिस उनका भी एनकाउंटर कर दे। आरोपी की गर्भवती पत्नी ने कहा 'मुझे भी उसी जगह पर ले जाया जाए और गोलियां चलवा दी जाए। हमने एक साल पहले शादी की थी लेकिन अब मैं उनके बिना नहीं रह सकती। उनके साथ जो हुआ 'सही' नहीं है। मेरे पति की मौत के बाद अब कुछ बचा नहीं हैं। आप उन्हें डॉग फूड खिला सकते थे लेकिन आपने उन्हें मार दिया।'
तेलंगाना हाई कोर्ट ने हैदराबाद एनकाउंटर में मारे गए चारों आरोपियों के शवों को 9 दिसंबर रात 8 बजे तक संरक्षित रखने का आदेश जारी किया है। बता दें कि शवों को घटनास्थल से शिफ्ट किया जा चुका है।
हैदराबाद में रेप के चार आरोपियों के पुलिस मुठभेड में मारे जाने पर समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि खुशी है कि इससे किसी को न्याय मिला है। उन्होंने एक ट्विट में कहा 'आखिर कानून से भागने वाले इंसाफ से कितनी दूर भागते। खुशी है कि इससे किसी को न्याय मिला है।'
मुंबई के कुछ वकीलों ने कथित एनकाउंटर पर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया, नेशनल ह्यूमन राइट्स कमिशन, तेलंगाना हाई कोर्ट और डीजीपी को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में मांग की गई है कि एनकाउंटर के नाम पर कस्टडी में रखे गए रेप के चार आरोपियों को मारने पर एफआईआर दर्ज हो। वकील गुणरत्न सदावर्ते ने यह जानकारी दी।
हैदराबाद मुठभेड़ को जहां कई मौजूदा और पूर्व पुलिस अधिकारियों ने सही ठहराया है, वहीं कुछ ने इसकी निंद की। कर्नाटक में बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त भास्कर राव ने मुठभेड़ का बचाव करते हुए इसे ‘सही और वक्त पर की गई कार्रवाई’ करार दिया। राव ने कहा कि यदि आरोपी हिरासत से फरार हो जाते तो पुलिस पर दबाव बढ़ जाता। वहीं आईपीजी और बेंगलुरु नगर पुलिस के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (प्रशासन) निम्बलकर ने कहा, ‘‘ सोशल मीडिया थोड़ा सब्र करो! बलात्कार का अपराध और आज की मुठभेड़ दो अलग अलग तथ्य हैं। जिनका विश्वास लोकतंत्र और कानून की व्यवस्था में है, उन्हें इंतजार करना चाहिए।’’
कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि हैदराबाद में महिला पशु चिकित्सक के साथ बलात्कार और उसकी निर्मम हत्या के आरोपियों के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने की घटना को लेकर मजिस्ट्रेट की जांच पूरी होने के बाद कोई रुख तय किया जा सकता है। पार्टी सांसद अमी याग्निक ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मजिस्ट्रेट की जांच हो रही है। मैं अभी से यह नहीं कह सकती कि क्या नतीजा आएगा। हमें इस जांच के पूरा होने का इंतजार करना चाहिए।’’
हैदराबाद से 50 किलोमीटर दूर स्थित घटनास्थल पर एनकाउंटर के बाद तमाशबीन राजमार्ग पर एकत्र हो गए जिनमें से कुछ आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस की प्रशंसा करते हुए नारे लगा रहे थे, कुछ लोगों ने दुष्कर्म पीड़िता को श्रद्धांजलि देने के लिए उस स्थान पर फूल चढ़ाए जहां पर 28 नवंबर को उसका शव मिला था।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देश में बलात्कार की बढ़ती घटनाओं को चिंताजनक बताते हुए कहा कि हर सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए। गहलोत ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘पूरे मुल्क में जो हालात बनें हैं और जिस रूप से बलात्कार की घटनाएं बढ़ रही हैं वे चिंताजनक हैं।’’
तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के संसदीय दल के नेता और राज्यसभा सदस्य के केशव राव ने कथित मुठभेड़ पर हैरानी जताते हुए कहा कि उन्हें लगता था कि महिला पशु चिकित्सक से बलात्कार एवं हत्या मामले में इंसाफ विशेष अदालत के जरिए होगा। वहीं विपक्षी बीजेपी ने इस मामले पर तुरंत कोई टिप्पणी करने से परहेज किया है।
हैदराबाद कथित एनकाउंटर में के बाद आंध्र प्रदेश में महिलाओं ने जश्न मनाया। यहां जगियाहपेटा में महिलाओं ने एक दूसरे को मिठाई खिलाई। इस दौरान पटाखे भी फोड़े गए।
हैदराबाद पुलिस द्वारा सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों को कथित मुठभेड़ में मारे जाने के बाद उनकी डेड बॉडी को एनकाउंटर साइट से ले जाया गया।
हैदराबाद पुलिस द्वारा सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों को कथित मुठभेड़ में मारे जाने पर राजस्थान के राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इसे ''जैसी करनी वैसी भरनी'' बताया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘धन्यवाद, हैदराबाद पुलिस का जिसने रेप साइट से भागने की कोशिश कर रहे चारों दरिंदो को एनकाउंटर करके मार गिराया, जैसा पाप इन चारो दरिंदो ने किया था उसकी सजा भगवान ने उन्हें आज दे दी है। जय हिंद।’’
हैदराबाद पुलिस द्वारा सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों को कथित मुठभेड़ में मारे जाने पर राजस्थान के नेताओं व मंत्रियों ने मिली जुली प्रतिक्रिया दी। एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि इस मुठभेड़ को टाला जाना चाहिए था, वहीं एक महिला विधायक ने कहा, ‘‘2000 पन्नों की चार्जशीट से 20 पन्नों का पंचनामा अच्छा।’’
हैदराबाद एनकाउंटर पर पुलिस ने पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी है। पुलिस ने बताया है कि आरोपियों ने फायरिंग की जवाबी कार्रवाई में उन्हें ढेर किया गया। इस दौरान 10 पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद थे। पुलिसवालों को गोली नहीं लगी सिर पर गंभीर चोटें आई हैं। इसमें दो पुलिसवाले घायल हुए हैं। सबूतों के आधार पर आरोपियों को पकड़ा गया था।
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पुलिस ने बताया कि आरोपियों की डीएनए जांच भी कराई जा रही है।
लोकसभा में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि विपक्षी सांसदों को कहा कि यहां आज यहां चिल्ला रहे हैं, इसका मतलब है कि आप नहीं चाहते कि कोई महिला खड़ी हो और मुद्दों पर बात करे। आप उस समय शांत थे जब पश्चिम बंगाल पंचायत चुनावों में, बलात्कार को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया गया था, तब आप शांत थे।
दिल्ली के निर्भया दुष्कर्म व हत्या मामले के दोषियों के वकील ने हैदराबाद एनकाउंटर को 'असंवैधानिक' और 'गैर-कानूनी' बताया है। वकील डॉ. ए.पी. सिंह ने कहा, "पशु चिकित्सक के साथ जो हुआ, वह पूरी तरह से गलत है, लेकिन पुलिस द्वारा चारों आरोपियों का एनकाउंटर मानवधिकार का उल्लंघन, संसद के बनाए हुए नीति-निर्देशक तत्वों का उल्लंघन, देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट की बनाई गई गाईडलान का उल्लंघन है। यह पूरी तरह से गलत है और इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए, क्योंकि अगर ऐसा शुरू हो गया तो ट्रायल का क्या मतलब, कोर्ट का क्या मतलब, भारत के संविधान का क्या मतलब रह जाएगा।"
मेनका गांधी ने कहा, 'जो भी हुआ बहुत भयानक हुआ है इस देश के लिए। आप लोगों को केवल इसलिए नहीं मार सकते कि आप ऐसा करना चाहते हैं। आप काननू को अपने हाथ में नहीं ले सकते। आरोपियों को कोर्ट की ओर से लटकाया जाना चाहिए था।'
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता र्शिमष्ठा मुखर्जी ने कहा कि इसकी ‘निष्पक्ष जांच’ होनी चाहिए ताकि लोगों को विश्वास हो सके कि यह सुनियोजित मुठभेड़ नहीं थी। दिल्ली महिला कांग्रेस की अध्यक्ष र्शिमष्ठा ने यह भी कहा कि उनका यह निजी बयान है।
कांग्रेस समर्थक और टीवी पैनलिस्ट तहसीन पूनावाला ने कहा है कि अगर हैदराबाद पुलिस की कार्यवाही सही है तो पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता चिन्मयानंद के साथ भी यूपी पुलिस को ऐसा ही बर्ताव करना चाहिए क्योंकि उन्होंने भी एक छात्रा का साथ ऐसी ही दरिंदगी की है।
लोकसभा सांसद शशि थरूर ने कहा कि न्यायेतर हत्याएं स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ सैद्धांतिक रूप से सहमत हूं। हमें और जानने की जरूरत है, उदाहरण के लिए अगर आरोपियों के पास हथियार थे तो पुलिस का गोली चलाना सही था। विस्तृत जानकारी मिलने तक इसकी निंदा करना सही नहीं है, लेकिन कानून के समाज में न्यायेतर हत्याएं स्वीकार्य नहीं है।’’ राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख रेखा शर्मा ने कहा कि आरोपियों के मारे जाने से खुश हूं, लेकिन न्याय उचित कानूनी तरीके से किया जाना चाहिए।
दिल्ली गैंगरेप की पीड़िता के पिता ने भी मुठभेड़ का स्वागत करते हुए कहा कि परिवार का न्याय के लिए इंतजार जल्दी खत्म हो गया। उन्होंने कहा, ‘‘ हैदराबाद की चिकित्सक के परिवार को हमारी तरह न्याय के लिए सात वर्ष का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। पुलिस ने सही किया।’’
आरोपियों के तड़के पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे जाने का निर्भया के माता-पिता ने स्वागत किया है, वहीं कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ऐसी कार्रवाईयों के प्रति सचेत रहने की हिदायत दी है। निर्भया की मां ने अधिकारियों ने अपील की है कि मुठभेड़ में शामिल पुलिसवालों के खिलाफ कोई कार्रवाई ना की जाए।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने यूपी में बढ़ते अपराधों पर चिंता जताई है। मायावती ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार सो रही है। यहां और दिल्ली में भी हैदराबाद पुलिस से प्रेरणा लेनी चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से यहाँ अपराधियों को राज्य के मेहमानों की तरह माना जाता है, यूपी में जंगल राज है।
पुलिस के इस एक्शन से लोग बेहद खुश हैं और जश्न का माहौल है। मुठभेड़ स्थल पर ही लोगों ने पुलिसकर्मियों पर फूल बरसाए और मिठाइयां बांटी।
राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने कहा है कि देर आए..दुरुस्त आए..देर आए..बहुत देर आए।
इस एनकाउंटर पर सवाल उठने लगे हैं। वंचित बहुजन अघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने हैदराबाद पुलिस के खिलाफ जांच की मांग की। सभी आरोपी थे, न कि दोषी। एक ऐसी ही घटना छत्तीसगढ़ में भी हुई थी, जहां 36 लोगों को नक्सली बताकर मार दिया गया था, जबकि वे नक्सली नहीं थे।
पुलिस सीन के रीकंस्ट्रक्शन के लिए आरोपियों को लेकर पहुंची थी, जहां उन्होंने भागने की कोशिश की और एनकाउंटर में मारे गए। कमिश्नर वीसी सज्जनार ने कहा कि यह घटना सुबह 3 बजे से 6 के बीच की है। बता दें आरोपी पुलिस एनकाउंटर में ठीक उसी जगह मारे गए, जहां 10 दिन पहले महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी की गई थी।
तेलंगाना के कानून मंत्री इंद्रकरण रेड्डी ने कहा कि आरोपियों को भगवान ने उनके किए की सजा दी है। उन्होंने कहा कि आरोपियों ने भागने की कोशिश की थी तो मार गिराया। इससे हैदराबाद समेत पूरे देश में खुशी है। उन्होंने यह दावा भी किया कि वह पुलिस के हथियार लेकर भागने की कोशिश कर रहे थे।
एनकाउंटर के बाद पुलिस आयुक्त वी सी सज्जनर ने कहा, ‘‘चारों आरोपी पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए।’’ पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।