केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ कई किसान यूनियन द्वारा आज (27 सितंबर को) भारत बंद का आह्वान किया गया है। किसानों के प्रदर्शन के कारण सड़कों पर जबरदस्त जाम की स्थिति बन गई है। दिल्ली गुरुग्राम बॉर्डर पर कारों को लंबी लाइन दिखाई दे रही है। लगभग हर बॉर्डर पर ऐसी ही स्थिति बनी हुई है। दिल्ली एनसीआर के अलावा देश के कई राज्यों में इसी तरह की स्थितियां बनी हुई हैं। इस समस्या को लेकर जब BKU के राकेश टिकैत से सवाल पूछा गया था तो उन्होंने कहा कि लोगों को परेशानी न हो इसलिए ही इसकी जानकारी पहले दी थी। हमने लोगों को सावधान किया था कि आप परेशान हो सकते हैं। टिकैत के अनुसार, जिन्होंने हमारी बातों पर ध्यान नहीं दिया वो परेशान हो रहे हैं।
राकेश टिकैत ने कहा कि हमने लोगों से अपील की थी कि आप लंच के बाद घरों से बाहर निकलें लेकिन हमारी बातों पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। यहां उन्होंने फिर दोहराया कि हम अपना आंदोलव तब तक जारी रखेंगे जब तक कानून वापिस नहीं लिए जाएंगे। चाहें तो इसके लिए 10 सालों का समय लग गए।
सोशल मीडिया पर फूटा लोगों का गुस्सा: सड़कों पर भारी जाम के चलते हजारों वाहन फंसे हुए हैं, जिनमें सवार लोग परेशान हो रहे हैं। लोगों की नाराजगी सरकार के रवैये और किसानों के आंदोलन दोनों पर फूट रही है। पूजा मेहरोत्रा (@puju27) नाम की यूजर लिखती हैं कि किसान का बंद लेकिन बदहाल हम, गुरुग्राम से दिल्ली आने वालों रुक जाओ थम जाओ। कई यूजर तस्वीर और वीडियो के साथ बता रहे हैं कि वह पिछले काफी समय से जाम में फंसे हुए हैं। राजेश मोहन (@RajMoh84) नाम के यूजर ने लिखा कि किसान और सरकार को आपस में बैठकर इस पर फैसला लेना चाहिए, इनकी अनदेखी का परिणाम जनता भुगत रही है।
राहुल गांधी ने “भारत बंद” का किया समर्थन: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केन्द्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के “भारत बंद” का सोमवार को समर्थन किया और कहा कि किसानों का अहिंसक सत्याग्रह अखंड है।
गांधी ने ट्वीट किया, “किसानों का अहिंसक सत्याग्रह आज भी अखंड है,लेकिन शोषण करने वाली सरकार को ये नहीं पसंद है, इसलिए आज भारत बंद है।”
अखिलेश यादव ने किया बंद का समर्थन; कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दलों ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के ‘भारत बंद’ को सपा का पूर्ण समर्थन है। देश के अन्नदाता का मान न करनेवाली दंभी भाजपा सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार खो चुकी है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन भाजपा के अंदर टूटन का कारण बनने लगा है।
गौरतलब है कि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर की किसान महापंचायत में 27 सितंबर को ‘भारत बंद’ का एलान किया था। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि तीन कृषि कानूनों के वापस लिए जाने तक वह अपना आंदोलन समाप्त नहीं करेंगे।