गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार (6 जनवरी, 2020) को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी (AAP) प्रमुख ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ का समर्थन करते हैं। गृहमंत्री का बयान ऐसे समय में आया है जब चुनाव आयोग ने राजधानी में विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐला किया है। भाजपा अध्यक्ष शाह ने कहा, ‘भारत विरोधी नारे लगाने वाले छात्रों को सलाखों के पीछे डाला जाना चाहिए या नहीं? मगर केजरीवाल पुलिस को उनपर मुकदमा चलाने की मंजूरी नहीं दे रहे। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली के सीएम पर अपने राजनीतिक हितों के लिए आयुष्मान भारत योजना को लागू ना करके गरीबों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में आप सरकार ने गरीबों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। केजरीवाल महज अपने राजनीतिक हितों के लिए आयुष्मान योजना लागू करने की अनुमति नहीं दे रहे। एमसीडी और लोकसभा चुनाव में बुरी तरह हारने वाली आप अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी हारेगी।
उल्लेखनीय है कि गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को एक रैली के दौरान भी सीएम केजरीवाल पर खूब निशाना साधा। उन्होंने केजरीवाल पर सार्वजनिक धन को विज्ञापन एवं लोगों को गुमराह करने में खर्च करने का आरोप लगाते हुए पूछा कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने पिछले पांच वर्षो में कितने काम पूरे किए हैं।
उन्होंने कहा कि जनता को झांसा सिर्फ एक बार दिया जा सकता है, बार-बार नहीं और एक बार केजरीवाल ने झांसा दे दिया है। दिल्ली प्रदेश के भाजपा के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, ‘केजरीवाल जी अखबारों में अपनी फोटो वाले विज्ञापन देकर बधाई देने के बजाए यह बताएं कि उन्होंने पांच वर्षो में कौन सा काम पूरा कर लिया है।’’ शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा दिल्ली में चुनाव जीतेगी और सरकार बनाएगी।
उन्होंने कहा कि 2019 में लोकसभा चुनाव हुए तो दिल्ली के 13,750 बूथों में से 12,064 बूथों पर भाजपा का झंडा लहराया। उन्होंने जोर दिया कि भाजपा के लिए चुनाव लोकतंत्र का उत्सव है जबकि बाकी पार्टियों के लिए यह सत्ता प्राप्त करने का साधन है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि हमने कहा था कि दिल्ली में अनधिकृत कॉलोनियों को अधिकृत करेंगे और नरेन्द्र मोदी जी ने अनधिकृत कॉलोनियों को अधिकृत करने की शुरुआत कर दी है।
शाह ने आरोप लगाया कि दिल्ली में 15 लाख सीसीटीवी कैमरे लगने थे, लेकिन नहीं लगे। अनुबंधित शिक्षकों-कर्मचारियों को पक्का करना था, वो नहीं किया और हम जो देना चाहते थे उसमें भी केजरीवाल रुकावट बने हैं। दिल्ली की जनता अब इन्हें जान चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में 20 कॉलेज बनाने, 5000 से ज्यादा स्कूल बनाने का वादा किया था लेकिन ये वादा पूरा नहीं हुआ। (भाषा इनपुट)

