Ram Mandir Construction: राम मंदिर (Ram Mandir) निर्माण को लेकर असम के मुख्यमंत्री (Assam CM) हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने कहा है कि जनता से जो वादा किया था वो पूरा किया और बाबर का कब्जा हटाकर हमने राम मंदिर बनाया है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर को बनाने का जो संकल्प लिया था वो आज पूरा होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों को लगता था कि राम मंदिर बनाएंगे तो सांप्रदायिक विवाद होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, बल्कि हिंदू-मुस्लिम भाईचारा बढ़ा है।
त्रिपुरा में एक कार्यक्रम में बोलते हुए हिमंत बिस्वा ने कहा, “हमने संकल्प लिया था कि अगर हमारी सरकार आएगी, तो हम रामजन्मभूमि में राम मंदिर बनाएंगे, लोगों को इस बात का विश्वास नहीं था। कुछ लोग सोचते थे कि अगर राम मंदिर बनाने जाएंगे, तो हिंदू और मुसलमानों के बीच में सांप्रदायिक तनाव हो जाएगा, लेकिन मोदी जी की तरफ देखिए, राम मंदिर भी बन रहा है और हिंदू-मुसलमानों के भाईचारे में कोई कमी नहीं आ रही है। राम मंदिर भी बन रहा है और देश भी तरक्की की तरफ जा रहा है। 500 साल बाबर के नाम में हम तप किया था कि जहां राम ने जन्म लिया था, वहां बाबर ने कब्जा कर लिया था। आज हमने बाबर को हटाया और राम के भव्य मंदिर के निर्माण का काम शुरू किया।”
मंदिर का 50 प्रतिशत काम पूरा
अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर का 50 प्रतिशत काम पूरा किया जा चुका है। पिछले साल श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के एक सदस्य ने बताया था कि मंदिर का 50 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है और जनवरी, 2024 तक राम मंदिर को खोल दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि मंदिर में भगवान राम और अन्य देवी-देवताओं की भूर्तियां स्थापित की जाएंगी। इसके अलावा, यह भी कहा गया कि मंदिर के निर्माण का कार्य काफी तेजी से चल रहा है और दिसंबर तक मंदिर का ग्राउंड फ्लोर भी तैयार कर लिया जाएगा।
बताया गया कि मंदिर का निर्माण 1800 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया जाएगा। हर हिंदू को मंदिर में उचित स्थान और जगह दी जाएगी। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के सदस्य ने बताया था कि जिस प्लान पर इस समय काम किया जा रहा है, उसके मुताबिक राम मंदिर निर्माण के साथ-साथ वाल्मिकी, शबरी, जटायु, सीता, गणेश जी और लक्ष्मण जी के मंदिर भी बनवाए जाएंगे। उनके मुताबिक, इन मंदिरों के लिए राम मंदिर के आसपास 70 एकड़ का इलाका भी चयनित कर लिया गया है।