देश में कोरोना के बाद से गरीब परिवारों को फ्री में राशन आंवटित किया जा रहा है। ऐसे में कई राशन कार्ड ऐसे है, जो नियम के विरूद्ध है और लंबे समय से इस पर लाभ उठाया जा रहा है। अब सरकार इन राशन कार्ड निरस्त करने की तैयारी कर रही है यानी यह निरस्त होने के बाद किसी भी काम के नहीं होंगे। न ही इनपर राशन मिलेगा और न ही इसके तहत सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे। दिल्ली के बाद अब कई राज्यों में ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है। अब ऐसे ही झारखंड में 4 लाख लोगों का चयन किया गया है।
किन लोगों के रद्द होंगे राशन कार्ड
एनएफएसए की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार ये वे लोग हैं, जो लंबे समय से राशन कार्ड नहीं ले रहे हैं। नियम के अनुसार, अगर कोई कार्ड धारक लगातार चार महीने से राशन कार्ड नहीं ले रहा है तो उसका राशन कार्ड निरस्त कर दिया जाएगा। इसके अलावा कुछ ऐसे भी राशन कार्ड धारक हैं, जो 200 क्विंटल के धान की ब्रिक्री कर रहे हैं। झारखंड के खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता विभाग सह वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने जानकारी देते हुए कहा कि राज्य में 65 हजार लोग ऐसे मिले हैं, जो 200 क्विंटल धान की ब्रिक्री करते हैं।
उन्होंने कहा कि इसे कोरोना संक्रमण की वहज से टाल दिया गया था, लेकिन अब इसे फिर से शुरू किया जा रहा है। इस अभियान के तहत उन लोगों को लाभ मिलेगा, जिनके पास राशन कार्ड नहीं है और वे इस योजना के तहत पात्र हैं। इसे लेकर सरकार निरंतर प्रयास कर रही है।
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टीएनसीएससी ने 100 टन गुड़ वापस किया
राज्य ने राज्य में 2.16 करोड़ राशन कार्डधारकों को पोंगल गिफ्ट हैम्पर्स वितरित करने के लिए कुल 1,297 करोड़ रुपये मंजूर किए थे, जिसमें 21 आइटम शामिल थे। दुकानदारों और व्यापारियों का आरोप है कि गुड़ के कुछ लॉट में चीनी मिला दी गई थी। इसलिए जब तक यह उपभोक्ताओं तक पहुंची, तब तक यह खराब हो चुकी थी। तमिलनाडु नागरिक आपूर्ति निगम (टीएनसीएससी) के प्रबंध निदेशक एस प्रभाकरन ने बताया कि राज्य के कई हिस्सों में गुड़ खराब गुणवत्ता के मिले थे। इस कारण से करीब 100 टन गुड़ को वापस कर दिया गया है।