बिहार विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले धर्मनिरपेक्ष महागठबंधन में शामिल होने में दिलचस्पी दिखाई है। झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद से मुलाकात की और बिहार चुनाव में उनके गठबंधन का हिस्सा बनने को लेकर उनसे बातचीत की।
नीतीश के साथ बैठक करने के बाद सोरेन ने कहा कि झामुमो भी भाजपा को रोकने की इच्छुक है और इसी मकसद से उसने बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार और लालू प्रसाद से उनके गठबंधन का हिस्सा बनने को लेकर मुलाकात की। यह पूछे जाने पर कि उनकी कितनी सीटों की मांग है, सोरेन से सीधा जवाब देने के बजाय कहा कि 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में बिहार-झारखंड के सीमाई इलाकों में झामुमो ने 41 सीटों पर चुनाव लड़ा और उनका वोट फीसद बेहतर रहा था।
पूर्व में तीन सीटें दिए जाने से नाराज राकांपा और उसके बाद पांच सीटें दिए जाने से नाराज होकर सपा ने महागठबंधन से नाता तोड़ लिया था। ऐसे में झामुमो को कितनी सीटें मिलने की उम्मीद है, सोरेन ने कहा कि उनकी तुलना इन दोनों दलों से नहीं की जा सकती। सीमाई इलाके में हमारे पास बेहतर समर्थन है और बिहार में पिछले विधानसभा चुनाव में 41 सीटों पर हमें मिले वोटों का फीसद काफी अच्छा था। यह पूछे जाने पर कि क्या सहमति बन गई है, उन्होंने कहा कि बातचीत शुरू हुई है और नतीजे जल्द ही सामने आएंगे।
बताते चलें कि पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में झामुमो ने जमुई जिले के चकाई विधानसभा सीट हासिल की थी जहां हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सेकुलर के वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह के पुत्र सुमित कुमार सिंह विजयी रहे थे। बाद में सुमित जद (एकी) में शामिल हो गए थे पर कुछ दिनों वे अपने पिता के साथ हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा में शामिल हो गए थे।